
डिजिटल डेस्क, रायपुर। पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्या मामले को छत्तीसगढ़ की सियासत गरमाई हुई है। विपक्ष दल प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर राज्य की विष्णुदेव साय सरकार पर हमलावर है। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में कोई सुरक्षित नहीं है, अपराध में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
उन्होंने कहा, “इसकी जांच होनी चाहिए। यहां कोई सुरक्षित नहीं हैं। लगातार घटनाएं हो रही हैं, निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। कोई भी घटना हो उसमें कांग्रेस का नाम लेना भाजपा की आदत बन गई है। कांग्रेस पार्टी ने मीडिया में जारी किया है कि वह(आरोपी) 10 दिन पहले ही भाजपा में शामिल हुआ है और वह मुख्यमंत्री आवास भी गया था, इसलिए ये भी मांग की गई है कि 15 दिन का CCTV फुटेज भी सार्वजनिक किया जाए। अब जब SIT का गठन हो गया है तो ये भी जांच का बिंदु होना चाहिए कि वह मुख्यमंत्री आवास गया था या नहीं।”
बता दें कि 3 जनवरी को राज्य के नक्सल प्रभावित जिले बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की लाश एक सैप्टिक टैंक में मिली। शनिवार (04 जनवरी) को उनके शव का पोस्टमॉर्टम कर अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं मुकेश की हत्या के विरोध में प्रदेश भर के पत्रकारों ने धरना प्रदर्शन किया।
सरकार ने किया एसआईटी का गठन
वहीं, राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है। इससे पहले पुलिस ने मामले के तीन आरोपियों दिनेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर और महेश रामटेके को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। आईजी सुंदरराज ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सुरेश चंद्राकर को भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है। वह अभी फरार है, उसे जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। आईजी ने कहा कि सुरेश चंद्राकर के 3 बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया है। वहीं, आरोपियों के अवैध व कब्जे वाले ठिकानों पर बुलडोजर भी चलाया गया है।
किस वजह से की गई हत्या?
मामले में अभी पुलिस का कोई अधिकारिक बयान तो सामने नहीं आया है, लेकिन कहा जा रहा है कि 100 करोड़ से ज्यादा लागत की एक सड़क के निर्माण में घपले को लेकर मुकेश ने लगातार खबरें की थीं। इस सड़क का काम उसके दूर के रिश्तेदार सुरेश चंद्राकर को ही मिला था। मुकेश के लगातार उसके खिलाफ खबरें करने से वो नाराज था।