रुक्मिणी अष्टमी पर करें ये उपाय, देवी लक्ष्मी की बरसेगी कृपा

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिन्दू पंचांग का नौवां महीना अगहन यानि कि मार्गशीर्ष चल रहा है और इस महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रुक्मिणी अष्टमी (Rukmini Ashtami) मनाई जाती है। इस दिन व्रत रखने से दांपत्य जीवन में खुशहाली आती है। ऐसी मान्यता है कि, इस दिन देवी रुक्मिणी की पूजा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। जिससे भक्तों को अन्न, धन, सुख और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। इस दिन की गई पूजा से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

बता दें कि, देवी रुक्मिणी को माता लक्ष्मी का ही रूप माना जाता है। इसलिए ​इस दिन के लिए कुछ खास उपाय भी बताए गए हैं, जिन्हें करने से आपको पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इस वर्ष रुक्मिणी अष्टमी 23 दिसंबर 2024, सोमवार को मनाई जा रही है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में…

1. विधि विधान से पूजा करें

– रुक्मिणी अष्टमी के दिन व्रत करना चाहिए और पूरे विधि विधान से माता लक्ष्मी की पूजा करना चाहिए। शाम के समय पान के पत्ते पर कपूर और लौंग जलाकर मां लक्ष्मी की आरती करें। उन्हें पुष्पमाला, कमलपुष्प, धूप, दीपक आदि समर्पित करें। ऐसा करने से साल भर भंडार भरे रहते हैं।

2. श्रीसूक्त का पाठ करें

– इस दिन आप कनकधारा स्रोत और श्रीसूक्त का पाठ जरूर करना चाहिए। मान जाता है कि, इससे आपको और आपके परिवार के लिए सुख, सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

3. क्षमतानुसार दान करें

– व्रत रखने और पूजा के साथ ही इस दिन दान करने का महत्व है। इसलिए आप जरुरतमंदों को दान जरूर दें। आप अन्न दान, वस्त्र दान या अपनी क्षमता के अनुसार किसी भी वस्तु का दान कर सकते हैं।

4. कन्या पूजन करें

– रुक्मिणी अष्टमी के दिन आप किसी गरीब कन्या को घर बुलाकर अपने हाथ भोजन कराएं। साथ ही आप कन्या को वस्त्र और कुछ दक्षिणा भी दें। इसके बाद उसके पैर छूकर आशीर्वाद लेकर ही विदा करें।

5. सुहाग सामग्री का दान

– इस दिन आप किसी सुहागिन महिला को सुहाग सामग्री का दान जरूर करें आप इसके साथ ही मिठाई और वस्त्र का भी दान कर सकती हैं। ऐसा करने से माता लक्ष्मी की कृपा की प्राप्ति होती है। 

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग- अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।