
Satna News: एचडीएफसी बैंक के एटीएम में भरने के लिए सौंपे गए 11 लाख रुपए लेकर गायब हुए 2 आरोपियों को चित्रकूट पुलिस ने अंतत: 32 माह बाद गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। टीआई डीआर शर्मा ने बताया कि आरोपी कमल कुमार पुत्र नारेन्द्र कुमार 25 वर्ष, निवासी भुजौली-माफी, थाना रैपुरा और रामशरण पुत्र कौशल किशोर शुक्ला 30 वर्ष, निवासी टिटिहरा, जिला चित्रकूट (यूपी) एचडीएफसी बैंक के एटीएमों में पैसे डालने और रखरखाव का काम देखने वाली सीएमएस इंफो सिस्टम कंपनी में नौकरी करते थे।
अप्रैल 2022 में कंपनी ने दोनों लोगों को 11 लाख रुपए देकर एमपी के चित्रकूट स्थित बैंक एटीएम में डालने के लिए भेजा, लेकिन आरोपियों ने मशीन में पैसे नहीं भरे, बल्कि पूरी रकम लेकर गायब हो गए।
ब्रांच मैनेजर ने दर्ज कराई रिपोर्ट
यह बात पता चलने पर सीएमएस के ब्रांच मैनेजर करन पुत्र गोविंद मेहता 46 वर्ष, निवासी कानपुर, ने 25 अप्रैल 2022 को चित्रकूट थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई, जिस पर आईपीसी की धारा 420, 406, 409 और 34 के तहत कायमी कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई, लेकिन दोनों पकड़ में नहीं आए।
हाल ही में नए सिरे से खोजबीन प्रारंभ की गई, तभी 20 दिसंबर को मुखबिर से सूचना मिलने पर चित्रकूट में दबिश देते हुए कमल कुमार और रामशरण शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया, जिन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी के साथ एएसआई एसपी सोनवंशी, प्रधान आरक्षक श्यामलाल, तीरथ प्रसाद, आरक्षक विनोद द्विवेदी, विमल, विपिन, संतोष कुमार, विकास पाल और अजय देवरे ने अहम भूमिका निभाई।