19 नए सदस्यों के साथ भारत विकास परिषद का दायित्व ग्रहण कार्यक्रम

Shahdol News: भारत विकास परिषद के दायित्व ग्रहण समारोह में इस बार 21 सदस्यों द्वारा परिषद छोडऩे की अंदर ही अंदर चर्चा रही तो 19 नए सदस्यों के साथ दायित्व ग्रहण का कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. भरत शरण सिंह ने एक कहानी भी सुनाई। जिसमें बताया कि एक व्यक्ति घोड़े के ऊपर काठी में मां दुर्गा की प्रतिमा रखकर गांव-गांव जाता और लोगों को बताता कि उनके द्वार मां दुर्गा आईं हैं।

तब लोग उनकी पूजा करते और इस दौरान घोड़े को भी प्रणाम करते। इस बीच घोड़े को लगा कि पूरी मेहनत वह करता है और श्रेय व लाभ व्यक्ति को मिलता है तो वह काठी पर मूर्ति लेकर अकेले ही चल पड़ा, लेकिन तब सम्मान के बजाए दुत्कार मिली और कहीं-कहीं तो लोगों ने पत्थर भी मारे।

डॉ. सिंह ने कहानी के माध्यम से समन्वय और संगठन का महत्व बताया तो इस कहानी को बीते कुछ दिनों से परिषद में चल रहे घटनाक्रम से भी जोडक़र देखा गया। यहां विधायक मनीषा सिंह के आतिथ्य में वर्ष 2025-26 के लिए बतौर अध्यक्ष शैलेश ताम्रकार, सचिव डॉ. प्रशांत बाबू खरया, कोषाध्यक्ष कपिल खेडिय़ार ने शपथ ली। इस अवसर पर मेघा पवार, प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र तिवारी, निवर्तमान सचिव प्रदीप गुप्ता मंचासीन रहे।

शहडोल शाखा के आनंद सिंह, उज्जवल पवार, प्रदीप गुप्ता, आलोक खेडिय़ार को प्रांतीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया। मंच संचालन विक्रम कल्याणी ने किया, यहां कार्यकारिणी सदस्यों के साथ ही 19 नए सदस्यों शपथ ली। जिन्हे भारत विकास परिषद के पांच सूत्र का महत्व बताया गया। इसमें संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा और समर्पण शामिल है।