125 फीट ऊंचे टावर पर चढ़ा मजदूर बेटी ने माइक से कसम दी तो उतरा

Jabalpur News: अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई वसूलने के लिए एक कर्मचारी ने शुक्रवार को शोले फिल्म के वीरू को जीवंत कर डाला। हालांकि, इस कर्मचारी ने पानी की टंकी की जगह हाई टेंशन लाइन को चुना। ये युवक करीब पांच घंटे तक 132 केवी एकस्ट्रा हाई टेंशन लाइन के 125 (38 मीटर) ऊंचे पोल पर चढ़ा रहा और पेमेंट न मिलने पर तार के करंट से मर जाने की बात करता रहा।

युवक की इस खुराफात ने पुलिस के अलावा बिजली महकमे के अफसरों की भी खूब परेड कराई। इस दृश्य को देखने के लिए नगना के पास जबलपुर कटंगी सड़क पर मजमा लगा रहा। ट्रांसको के कर्मचारियों, पुलिस और प्रशासन के सहयोग से रात करीब 8.30 बजे युवक का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।

जानकारी के अनुसार कटंगी रोड पर स्थित पीआर स्टोरेज में ट्रक ड्राइवर लक्ष्मन बमलेन (वंशकार) गुरुवार की दोपहर करीब 3.30 बजे यहां से गुजर रही 132 केवी हाई टेंशन लाइन के पोल पर चढ़ गया और जोर-जोर से वेतन के 11 हजार रुपए नहीं मिलने की बात करते हुए मरने की धमकी देने लगा। युवक की बात सुनकर धीरे-धीरे यहां काफी लोग एकत्रित हो गए और युवक को नीचे उतरने की बात कहते हुए समझाने लगे लेकिन युवक ने किसी का बात नहीं मानी। इसके बाद प्रशासन और बिजली कंपनी काे इसकी जानकारी देते हुए बिजली सप्लाई को बंद कराया गया। ट्रांसमिशन कंपनी के लाइनमैन पोल पर चढ़े, उनकी समझाइश के बाद युवक का रेस्क्यू किया गया।

पत्नी और बेटी पहुंचने के बाद शांत हुआ

घटना की जानकारी लगने के बाद मौके पर युवक की पत्नी लक्ष्मी वंशकार, बेटी डॉली और भाई मनोज बमलेन (वंशकार) के द्वारा एनाउंस कराया गया। जिसके बाद युवक का मन पलट गया। पोल पर चढ़े ट्रांसको के लाइनमैन ज्ञानेश्वर बड़कड़े और जगदीश ठाकुर द्वारा नीचे उतारकर लाया गया। एई जितेन्द्र तिवारी और जेई राजू चौहान ने मार्गदर्शन दिया।

मोबाइल-चश्मा फेंके और कपड़े भी उतार दिए

पोल पर चढ़ा युवक इतने गुस्से में था कि लोगों की समझाइश को दरकिनार करते हुए पहले मोबाइल-चश्मा नीचे फेंक दिया। इसके बाद उसने अपने सभी कपड़े भी एक-एक कर उतार दिए। इसके बाद पोल पर करीब पांच घंटे तक चढ़ा रहा। इस दौरान आसपास लोगों का हुजूम जमा रहा।

टीटीएल मशीन से किया रेस्क्यू

हाई टेंशन लाइन पर चढ़े युवक को नगर निगम में हाई राइज बिल्डिंग से रेस्क्यू के लिए बुलाई टीटीएल (टर्म टेबल लैडर) मशीन के माध्यम से उतारा गया। इसके जरिए 56 मीटर ऊंचाई या 17 मंजिल की बिल्डिंग में रेस्क्यू किया जा सकता है।

घर की बिजली से 600 गुना अधिक करंट

132 केवी हाई टेंशन लाइन के पोल के तार में एक लाख 32 हजार वोल्ट करंट बहता है जबकि घर की बिजली में 220 वोल्ट करंट रहता है। ट्रांसकाे के इंजीनियर के अनुसार घर की बिजली से 132 केवी लाइन में 600 गुना करंट बहता है। यह बताने के लिए काफी है कि तार के दो फीट दूर से ही किसी को भी करंट लग सकता है। चूंकि पोल में इंसुलेटर के माध्यम से सुरक्षित किया जाता है इसलिए पोल पर चढ़े युवक को करंट नहीं लग सका।