
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में दो पक्षों के बीच भारी हिंसक झड़प हो गई थी। जिसके बाद से ही शहर के कई सारे इलाकों के इंटरनेट बंद कर दिया गया है। इसके अलावा राज्य सरकार की तरफ से सुरक्षा बल भी तैनात किए गए हैं। जिससे प्रदेश में शांति का माहौल बना रहे। पुलिस के मुताबिक, होली के दिन बीरभूम के सैंथिया में दो पक्षों में तूतू-मैंमैं हो गई थी, साथ ही मारपीट पर भी बात पहुंच गई थी।
कब और कहां इंटरनेट बंद?
अधिकारियों के मुताबिक, अफवाहों और गैरकानूनी गतिविधियां कहीं ना फैलें इसलिए इंटरनेट करीब पांच ग्राम पंचायत क्षेत्रों में बंद कर दिया गया है। इंटरनेट सेवाएं 14 मार्च से लेकर 17 मार्च तक सस्पेंड रहेगा। बीरभूम में पथराव की घटना की रिपोर्ट के बाद सभी प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बल भी तैनात किया है।
सरकारी ऑर्डर के मुताबिक, सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी तरह के अपराध को रोकने के लिए अस्थायी रूप से संदेशों की मदद से नहीं किया जाएगा। बीरभूम जिले में जहां इंटरनेट रुका है, उसमें सैंथिया, हटोरा ग्राम पंचायत, मठपालसा जीपी,, हरिसरा जीपी, दरियापुर जीपी और फुलुर जीपी शामिल हैं।
बीजेपी ने साधा ममता सरकार पर जमकर निशाना
इंटरनेट सस्पेंड करने पर और इस तरह की झड़प के होने पर पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने ममता सरकार को घेरते हुए कहा है कि, इंटरनेट को सस्पेंड करना इस बात का सबूत है कि प्रशासन स्थिति से निपटने में विफल रहा है। बीजेपी नेता ने एक्स पर भी पोस्ट करके कहा है कि, “पश्चिम बंगाल सरकार अपनी साख बचाने के लिए सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं को छिपाने की पूरी कोशिश कर रही है। मैं गृह मंत्रालय और महामहिम बंगाल के राज्यपाल से आग्रह करता हूं कि वे राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था के संबंध में पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगें।’