हव्याप्र मंडल का जल्द ही क्रीड़ा विद्यापीठ के तौर पर किया जाएगा विकास : बावनकुले

Amravati News राज्य के राजस्व मंत्री व अमरावती जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले अमरावती दौरे पर थे। इस समय उन्होंने हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल को भेंट दी। हव्याप्र मंडल के पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य से उन्होंने चर्चा की। इस समय बावनकुले ने कहा कि सरकार ने हव्याप्र मंडल को क्रीड़ा विद्यापीठ घोषित किया है, जिससे यहां का विकास जल्द से जल्द किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विकास के माध्यम से जिले के विकास पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

हव्याप्र मंडल की ओर से उपाध्यक्ष डॉ. श्रीकांत चेंडके व सचिव डॉ. माधुरी चेंडके ने पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले को हव्याप्र मंडल द्वारा की जा रही शैक्षणिक और खेल गतिविधियों की जानकारी दी। इस समय कार्यकारी अध्यक्ष एड. प्रशांत देशपांडे, कोषाध्यक्ष डॉ. श्रीनिवास देशपांडे, सचिव प्रो. रवींद्र खांडेकर, सचिव डॉ. विकास कोलेश्वर, डॉ. किशोर फुले, डॉ. संजय तिरथकर, दीपक कनेगांवकर, प्रणव चेंडके एवं सभी पदाधिकारी उपस्थित थे। इस समय पालकमंत्री बावनकुले ने हव्याप्र मंडल के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रावीण्य प्राप्त विद्यार्थियों से चर्चा की और उनकी प्रशंसा की।

राष्ट्रसंत की समाधि पर नमन: पालकमंत्री बावनकुले ने जिला दौरे के दौरान शुक्रवार की सुबह मोझरी स्थित राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज की समाधि का दौरा किया। उन्होंने कब्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। आश्रम की ओर से पालकमंत्री बावनकुले का अभिनंदन किया गया।

अंबादेवी का दर्शन: चंद्रशेखर बावनकुले ने अंबादेवी और एकवीरा देवी के दर्शन किए। इस अवसर पर मंदिर संस्थान की ओर से उन्हें शॉल, माला व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

स्वाधीनता सेनानी परिवार का सांत्वना: शहर के वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी एकनाथ हिरूलकर का हाल ही में निधन हो गया। उनके परिवार की जानकारी पालकमंत्री को दी गई। बावनकुले ने घर पहुंच कर परिवार का सांत्वन किया। पालकमंत्री ने पश्चात कंवर नगर स्थित महानुभाव आश्रम का दौरा किया। आश्रम की ओर से उनका अभिनंदन किया गया।डफरिन की नई इमारत मरीजों के लिए तत्काल शुरू करें

9 घंटे में हुए 12 कार्यक्रम : जिला पालकमंत्री बनने के बाद चंद्रशेखर बावनकुले का पहला दौरा था। सुबह 10 बजे से शुरू हुआ दौरा शाम 7 बजे तक जारी था। इस दौरान विभिन्न स्थानों पर भेंट, डीपीसी की बैठक सहित पालकमंत्री ने विभिन्न विभागों की बैठक में हिस्सा लिया। सभी बैठकों में जिस तरह से प्रशासन को फटकार लगाई, उसके प्रशासन भी सदमे में आ गया। जनशिकायतों के साथ ही जनप्रतिधियों को गंभीरता से नहीं लेने वाले अफसरों को कड़ा संदेश भी दिया।