स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के साथ अन्य विकास कार्यों की कैलाश विजयवर्गीय ने की समीक्षा

Satna News: नगरीय विकास एवं आवास और जिले के प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने गुरुवार को नगर निगम समेत अन्य निकायों के अफसरों को दो टूक हिदायत दी कि विकास योजनाओं के लिए स्वीकृत सरकारी धन से वेतन नहीं बांटें। उन्होंने कहा कि निकाय सैलरी के लिए अपनी आमदनी बढ़ाएं। स्मार्ट सिटी एवं अन्य विकास योजनाओं की समीक्षा के दौरान प्रभारी मंत्री ने कहा कि नगर निगम और निकाय संस्थागत खर्चों के लिए आत्मनिर्भर होना चाहिए। एमआईसी को भी आय बढ़ाने पर विचार करना चाहिए।

बारिश से पहले पूरा करें सीवर वर्क

प्रभारी मंत्री ने टाइम लिमिट पर स्मार्ट सिटी के काम पूरे नहीं होन पर नाराजगी जताई। उन्होंने सीवर वर्क और सडक़ों के काम बारिश से पहले हर हाल में पूरे करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आईएसबीटी से बसों के आवागमन के लिए नया सुगम रुट चार्ट बनाया जाना चाहिए। श्री विजयवर्गीय ने जल-कचरा प्रबंधन और सीवर वर्क की जानकारी ली और कलेक्टर को विजुअल इम्प्रूवमेंट के कार्य में सुधार के लिए निरीक्षण करने के निर्देश दिये।

गुणवत्ता की शिकायत पर जांच के निर्देश

लोक निर्माण के सडक़ निर्माण कार्यो में बताया गया कि सीआरएफ के तहत शेष 2.35 किलोमीटर लम्बाई पर 4 करोड़ 75 लाख के कार्य कराये जा रहे हैं। जबकि 178 करोड़ की लागत से नागौद, रहिकवारा, सुरदहा, परसमनिया, रामपुर, मैहर 61 किलोमीटर लम्बाई की सडक बनाई जा रही है। चित्रकूट क्षेत्र में पिंडरा से नकैला रोड के निर्माण और रैगांव क्षेत्र में बारा पत्थर से पाकर रोड के निर्माण में गुणवत्ता की शिकायत पर प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर को जांच कर संबंधित इंजीनियर के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिये।

ईई को फटकार, डीपीओ ने माफी मांगी

निर्माण कार्यों से संबंधित हवा-हवाई आंकड़ें परोसने पर प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने आरईएस के ईई अश्वनी जायसवाल को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि अगर नौकरी करनी है तो काम फील्ड में दिखना चाहिए। जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रमों में नहीं आमंत्रित करने की शिकायत पर प्रभारी मंत्री ने हिदायत दी कि जनप्रतिनिधियों को ससम्मान आमंत्रित करें और उनके कामों को प्राथमिकता दें।

एनआरएलएम और महिला विकास विभाग के एक संयुक्त कार्यक्रम में चित्रकूट विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार को नहीं आमंत्रित करने की शिकायत का मामला सामने आने पर बैठक में मौजूद डीपीओ सौरभ सिंह ने माफी मांगी। मीटिंग 2 घंटे चली।

ये भी थे मौजूद

राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार, विक्रम सिंह, मेयर योगेश ताम्रकार, जिला पंचायत के अध्यक्ष रामखेलावन कोल, उपाध्यक्ष सुषमिता सिंह, निगम परिषद के स्पीकर राजेश चतुर्वेदी, बीजेपी के जिलाध्यक्ष भगवती पांडेय, चित्रकूट की नगर पंचायत अध्यक्ष साधना पटेल, जिला पंचायत सदस्य ज्ञानेंद्र सिंह, कलेक्टर डा. सतीश कुमार एस, एसपी आशुतोष गुप्ता एवं निगमायुक्त शेर सिंह मीना भी उपस्थित थे।