सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने में क्या आ रही दिक्कत? जानें हादसे का अब तक का पूरा अपडेट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तेलंगाना में 22 फरवरी की सुबह नागर कुरनूल जिले में चल रहे श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) टनल प्रोजेक्ट का एक हिस्सा गिरने से बड़ा हादसा हो गया। सुरंग के अंदर 8 मजदूर फंसे हुए हैं। हादसे को तीन दिन हो गए लेकिन अभी तक किसी को भी बाहर नहीं निकाला जा सका है। बचाव के लिए की जा रही कोशिश नाकाम होने लगी है। सुरंग में लगातार पानी भरता जा रहा है। साथ ही, मलबा भी लगातार धंसता चला जा रहा है जिससे सफाई करने में और भी ज्यादा मुश्किल आ रही है।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

पानी और मलबे को हटाया जा रहा है ताकि सुरंग का रास्ता साफ किया जा सके। ऐसा इसलिए क्योंकि जब तक मलबा रहेगा तब तक मजदूरों को बाहर निकालना संभव नहीं है। एनडीआरएफ की टीम 22 फरवरी की रात सुरंग के अंदर गई थी और फंसे मजदूरों से बात करने की कोशिश की थी लेकिन किसी से कोई संपर्क नहीं हो सका।

नहीं हुआ मजदूरों से संपर्क

एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडर सुखेंदु ने बताया कि कल रात वह सुरंग के अंदर गए और फंसे हुए मजूदरों से बात करने की कोशिश की। लेकिन सामने से कोई जवाब नहीं मिला। इसके अलावा उन्होंने जानकारी दी कि जब तक मलबा साफ नहीं होता तब तक लोगों को निकालना मुश्कि है। एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडर ने बताया कि वह जायजा लेने सुरंग के अंदर गए। सुरंग के अंदर 13 किलोमीटर की दूरी में से हमने 11 किलोमीटर इसी इंजन पर तय की और बाकी 2 किलोमीटर कन्वेयर बेल्ट पर, जब हम टीएमवी (टनल बोरिंग मशीन) के अंत में पहुंचे तो हमने फंसे हुए मजदूरों से उनके नाम पुकारकर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन हमें कुछ नहीं मिला।

सबसे पहले पानी निकालने की जरूरत

उन्होने जानकारी दी कि मलबे से 200 मीटर का हिस्सा भरा हुआ है। जब तक इस मलबे को साफ नहीं किया जाता, हम फंसे हुए मजदूरों की सही लोकेशन का पता नहीं लगा पाएंगे और उन्हें बचा नहीं पाएंगे। सुरंग के 11-13 किलोमीटर के बीच के हिस्से में पानी भरा हुआ है और जब तक पानी नहीं निकाला जाता, तब तक मलबा साफ करने का काम शुरू नहीं हो पाएगा। फंसे हुए मजदूरों को बचाने के लिए सबसे पहले हमें पानी निकालने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी और फिर मलबा हटाना होगा। फंसे हुए मजदूरों की सही लोकेशन का पता अभी नहीं चल पाया है।