
डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का अलग महत्व है फिलहाल, साल 2025 का पहला प्रदोष व्रत शनिवार के दिन आने वाला है। इसे शनि प्रदोष (Shani Pradosh) कहा गया है और यह 11 जनवरी 2025 को है। इस दिन भगवान शिव की विधि विधान से पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि, जो भी व्यक्ति प्रदोष व्रत रखता है उसे जीवन में किसी भी कष्ट का सामना नहीं करना पड़ता। साथ ही इस दिन के कुछ उपाय भी बताए गए हैं, जिन्हें करने से आपका जीवन सुखमय हो जाता है। आइए, जानते हैं इन उपायों के बारे में…
शनि दोष से राहत के लिए उपाय
शनि प्रदोष के दिन व्रत रखने के साथ ही शिवजी की पूजा करें और इस दौरान शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, और शहद से अभिषेक करें। भगवान शिव को बेलपत्र और धतूरा जरूर चढ़ाएं। यह उपाय करने से आपको शनि दोष से राहत मिलेगी।
बेलपत्र व पीपल के पत्तों का उपाय
शनि प्रदोष के दिन जातक को व्रत रखने के साथ ही शिवजी की पूरे विधि विधान से पूजा करना चाहिए। इस दौरान आप शिवलिंग पर 108 बेलपत्र व पीपल के पत्ते चढ़ाएं। ऐसा करने से आप पर ग्रहों का अनुकूल प्रभाव पड़ता है। वहीं शिवजी के साथ शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं।
शनि देव की कृपा प्राप्त करने उपाय
शनि प्रदोष व्रत के दिन आप काले तिल और सरसों के तेल का दान करें। यह उपाय करने से शनि दोष दूर होता है। इससे आपको शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और आपको सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती है।
दरिद्रता दूर करने का उपाय
शनि प्रदोष के दिन आप शिवलिंग की पूजा के दौरान जब जल अभिषेक करें तो केसर चढ़ाना ना भूलें। केसर चढ़ाने से दरिद्रता दूर होती है। साथ ही इस उपाय को करने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है।
पितर खुश करने का उपाय
शनि प्रदोष व्रत के दिन पीपल की जड़ में जल व दूध अर्पित करें। इसके साथ ही पांच मिठाइयां यहां रखें और पितरों को याद कर पीपल की पूजा करें। इस दौरान सात परिक्रमा करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से शनि पीड़ा से मुक्ति मिलने के साथ ही जीवन सुखमय हो जाता है।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।