
Nagpur News. बीमा पॉलिसी की आड़ में व्यापारी से लाखों की ठगी मामले में बजाज नगर पुलिस की सूचना पर दो साइबर ठगों को उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया। ठगी में इस्तेमाल किए गए बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है। ठगी की रकम से कुछ रमक भी आरोपियों से जब्त की गई है। आरोपी साईंवैभव भरत दास (20) और उसका मित्र निशांत गिरीश त्यागी (24), दोनों गाजियाबाद, उ.प्र. निवासी हैं। आरोपियों में एक डिलीवरी बॉय है। दूसरा फ्रेब्रिकेशन का काम करता है। घटना 19 सितंबर से 23 दिसंबर 2024 के बीच हुई।
खुद को सरकारी अधिकारी बताया
आरोपियों ने सुरेंद्र नगर, नागपुर निवासी व्यापारी विजय कृष्णराव सोनटक्के (78) को फर्जी नाम हरिहर मिश्रा और मदिरा माथुर बनकर फोन किया। उस समय आरोपियों को यह पता नहीं था कि, विजय के नाम पर करोड़ों की विविध इंश्योरेंस कंपनियों की पाॅलिसियां ले रखी हैं, लेकिन उन्होंने ठगने के इरादे से ही फोन किया था। बातचीत ने दौरान विजय उन्हें इंश्योरेंस कंपनी का प्रतिनिधि समझने लगा, क्योंकि विजय ने 15-16 पॉलिसियां निकाली थीं। आरोप है कि, कुछ पॉलिसी किसी और ने उसके नाम पर निकाली। उसका प्रीमीयम उसके खाते से जा रहा था, इसलिए उसने प्रीमियम ज्यादा होने से कुछ उसने बीच में ही बंद करा दी थी, जबकि कुछ पॉलिसी का प्रीमियम बकाया था। जब आरोपियों को यह बात पता चली, तो उन्होने विजय को यह कहकर झांसा दिया कि, वे सरकारी अधिकारी हैं और उनका सभी इंश्याेरेंस कंपनियों पर कंट्रोल है।
बीमा पॉलिसी का लाभ दिलाने का झांसा दिया
वे उसे करोड़ों की बीमा पॉलिसी का लाभ दिला सकते हैं, लेकिन उसके लिए उसे बकाया प्रीमियम पहले भरना होगा। उसके लिए ठगों ने विजय को अपने रिश्तेदारों के बैंक खाते दिए। विजय ने 53 लाख 96 हजार 119 रुपए जमा किए। बाद में बीमा की रकम नहीं मिलने पर विजय को ठगे जाने का एहसास हुआ। मामला थाने पहुंचने से प्रकरण दर्ज किया गया।
24.35 लाख रुपए बरामद
जांच-पड़ताल के दौरान बरामद खाता धारक ठगों के रिश्तेदारों की गाजियाबाद पुलिस की मदद से धरपकड़ की गई और पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। घटना में इस्तेमाल किए गए खाताें को फ्रीज कर दिया गया है। ठगों से 24 लाख 35 हजार रुपए बरामद हुए हैं। बाकी रकम आरोपी निकाल चुके थे। नागपुर और गाजियाबाद में ठगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। वर्तमान में आरोपी गाजियाबाद पुलिस की गिरफ्त में हैं।