
Jabalpur News: अंधमूक चौराहे से पनागर की ओर हाईवे पर खजरी खिरिया चौराहे को दुर्घटनाओं के लिए सबसे बड़ा ब्लैक स्पॉट माना जाता है। इस चौराहे पर सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। कभी किसी जानवर को ट्रक उड़ा देता है, तो कभी गाँव से आने वाले मोटर साइकिल चालक पर ट्रक चढ़ जाता है। हादसों के लिहाज से इस पूरे एरिया को सबसे ज्यादा संवेदनशील चौक माना गया है।
नेशनल हाईवे अथाॅरिटी ऑफ इण्डिया ने 2 साल पहले एक ही परिवार के 3 लाेगों की जान जाने के बाद निर्णय लिया कि यहाँ पर एक 800 मीटर का छोटा फ्लाईओवर जल्द से जल्द बनाया जाएगा। इसके लिए डीपीआर तैयार की और दावा किया गया कि इसको एक साल के अंदर बना दिया जाएगा, पर अफसोस लंबा समय बीतने के बाद भी इस निर्माण की ओर ध्यान नहीं दिया गया। अब नतीजा यह है कि इस चौराहे पर निकलना अभी खतरों से कम नहीं है। यहाँ पर रात के वक्त निकलना और भी ज्यादा खतरों से भरा है।
एनएचएआई ने बीते सालों में इस चौराहे पर बढ़ती वाहन दुर्घटनाओं को देखते हुये यहाँ की मुख्य सड़क पर स्पीड ब्रेकर बना दिये। इन स्पीड ब्रेकर से लेकिन वाहनों की गति कम नहीं हो सकी। इसकी वजह यह है कि आगे और पीछे के चौराहे पर वाहन तेज गति से आगे बढ़ता है तो इस चौराहे पर आकर अचानक गति कम करना मुश्किल होता है।
अंधमूक चौराहे की ओर से आने वाले वाहनों को पहले अंधमूक का फ्लाईओवर चौराहे से निकलने के लिए मिलता है जिसमें हाईवे के वाहन को गति कम नहीं करना पड़ती है। इसके बाद पाटन, कटंगी चौराहे के अंडर व्हीकल पास से वाहन ऊपर की ओर से निकल जाता है। 120 से 100 की रफ्तार पर चल रहे ट्रक या कार या ऐसे ही किसी वाहन को अगला चौराहा खजरी खिरिया पड़ता है जिसमें न तो कोई फ्लाईओवर है, न ही अंडर व्हीकल पास है।
इस चौराहे पर तेज गति से आ रहे वाहन के सामने अक्सर सर्विस रोड, गोहलपुर, मझौली की ओर से आने वाले वाहन चालक परेशानी पैदा कर देते हैं। यहाँ पर थोड़ी सी गफलत हुई तो आदमी सीधे मौत के मुँह में समा जाता है।