
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जमकर बवाल देखने को मिला। सदन में मंत्री प्रवेश वर्मा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आज विपक्ष के विधायक हम से आकर कह रहे हैं कि उनके इलाके में पानी नहीं आ रहा। इनके विधायकों ने आकर कहा कि हम खुश हैं कि अरविंद केजरीवाल हार गए। इनके बहुत सदस्य जो मुझसे आकर मिले, उन्होंने कहा कि आपको मेरी कसम मेरा नाम मत लेना। प्रवेश वर्मा के इस जवाब के बाद आप विधायकों बिफर गए। सदन में उन्होंने प्रवेश वर्मा के बयान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
सदन में भाजपा-आप विधायकों में हंगामा
इस बारे में आप विधायक संजीव झा ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “सदन में हवा हवाई बात नहीं होगी। आपको नाम बताना होगा कि किसने आपसे आकर बोला।” प्रवेश वर्मा ने कहा, ”अगर किसी विधानसभा क्षेत्र में पानी नहीं आ रहा तो मुझे बताना पड़ेगा कि पिछली सरकार की नाकामी के चलते नहीं आ रहा है। वह खुद यह बात जानते हैं।”
नाम बताने की मांग पर प्रवेश वर्मा ने कहा, “बहुत सारे सदस्य मुझको आकर मिले और कहा कि भइया आपको मेरी कसम है मेरा नाम मत लेना। अगर मैंने नाम ले लिया तो कसम टूट जाएगी।”
सदन में स्पीकर वीजेंद्र गुप्ता ने आप विधायक संजीव झा और कुलदीप कुमार को मार्शल आउट कर दिया। इस दौरान आप विधायक ने सवाल उठाए कि दिल्ली की महिलाओं को 2500 रुपये कब तक मिलेंगे। इस पर मंत्री प्रवेश वर्मा ने कोई समय सीमा नहीं बताई। उन्होंने कहा कि जल्द मिलेंगे। इसके बाद सद नमें आप विधायकों ने सरकार के खिलाफ पोस्टर्स दिखाए। इस पर स्पीकर ने फैसला लेते हुए ‘आप’ विधायकों को निष्कासित कर दिया।
आतिशी समेत ये आप विधायक निष्कासित
सदन में स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने आप विधायक विशेष रवि, मुकेश अहलावत, नेता प्रतिपक्ष आतिशी, प्रेम चौहान और वीरेंद्र कादयान को भी निष्कासित किया गया। दिल्ली विधानसभा में कार्यवाही 1 और 2 अप्रैल के बीच दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगी।
स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने कहा, ”सदन की कुल संख्या 70 है. विपक्ष की संख्या 22 है और सत्ता पक्ष का संख्या 47 है। सदन समय पर शुरू हो सकता था क्योंकि प्रश्न काल होना था। विपक्ष ने बहुत गैर जिम्मेदार व्यवहार किया, विपक्ष के विधायक सदन में आए लेकिन उन्होंने देखा कि सत्ता पक्ष के विधायक कम थे तो वह सदन से बाहर चले गए ताकि विधानसभा की कार्यवाही शुरू न हो सके। विपक्ष ने यह व्यवहार तब किया है जब पहले 6 प्रश्न विपक्ष के ही सदस्यों के सदन में लगे हुए हैं।
उन्होंने आगे कहा, ”गुरुवार को सुबह 11:00 बजे सदन शुरू हुआ और 7:00 बजे तक चला। मैं सत्ता पक्ष के विधायकों को बधाई देता हूं कि कितनी देर तक सदन चला मैं आदर करना चाहता हूं कि आपकी जिम्मेदारी बढ़ गई है क्योंकि विपक्ष गैर जिम्मेदार व्यवहार कर रहा है, अब सत्तारूढ़ विधायकों को ध्यान देना होगा क्योंकि आपको कुल संख्या का 50 फ़ीसदी से अधिक सदन में रहना होगा क्योंकि यह ऐसा किसी भी समय कर सकते हैं।”
इसके बाद सदन में सीएम रेखा गुप्ता ने डीटीसी की कैग रिपोर्ट सामने आने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने स्पीकर से PAC के पास जांच के लिए भेजने की मांग की। उन्होंने कहा कि डीटीसी कर्ज में डूबा है। हम निश्चित तौर पर डीटीसी को बेहतर तरीके से संचालित भी करेंगे और रेवन्यू भी आएगा और महिलाओं को बस सेवा मुफ्त और बेहतर मिले, इसके लिए कार्ड जारी करूंगी। इस दौरान बीजेपी विधायक करनैल सिंह ने कहा कि ‘आपदा’ सरकार में जितने रोहिंग्या और बांग्लादेशियों के आधार कार्ड बने हैं, उनकी जांच होनी चाहिए।