
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश के संभल में महमूद गजनवी के भांजे अब्दुल सालार गाजी की याद में आयोजित होने वाले मेले को लेकर सियासत गरमा रही है। इस बीच मेले के आगाज से पहले मंगलवार को पुलिस ने झंडा ढाल लगाने वाले गढ्ढे को सीमेंट से बंद कर दिया है। इसके अलावा मेले क्षेत्र के बाहर भारी संख्या में फोर्स को तैनात कर दिया गया है।
मेले क्षेत्र की निगरानी कर रही पुलिस
पुलिस की ओर से लगातार मेले क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। इस दौरान संभल के एएसपी उत्तरी श्रीश्र्चंद और सीओ अनुज चौधरी ने पीएसी आरएफ के जवानों के साथ फ्लैग मार्च किया है। इस बारे में एएसपी श्रीशचंद्र ने बताया कि यह एक गलत परंपरा थी, गलत परंपराओं को जारी रखना ठीक नहीं है. अब्दुल सालार मसूद गाजी, महमूद गजनवी का सगा भांजा था और लूटपाट के इरादे से भारत आया था, उसकी याद में झंडा गाड़ना उचित नहीं है।
एसीपी ने आगे बताया कि इस तरह के अवैध कार्यों को रोकने के लिए फोर्स तैनात कर दी गई है। शांति व्यवस्था बनी हुई है। कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। सुरक्षा और ऐतिहासिक घटनाओं के मद्देनजर लोगों को इस नेजा मेले की अवैध प्रकृति के बारे में जागरूक किया गया है।
संभल एसीपी ने दी जानकारी
श्रीश्चंद्र ने बताया कि यह एक गलत परंपरा थी, गलत परंपराओं को जारी रखना उचित नहीं है, इसी कारण नेजा मेले की अनुमति नहीं दी गई। इस आयोजन के खिलाफ आपत्तियां दर्ज कराई गई हैं। पूरे इलाके में शांति बनी हुई है। सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी जा रही है। मीडिया सेल लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है। अगर कोई व्यक्ति अफवाह फैलाने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले पर सूबे की सियासत में हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री और विधायक इकबाल महमूद ने योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि अगर वहां से आदेश आ जाए कि मेला नहीं लगेगा तो अधिकारी उसका पालन करेंगे। लेकिन यह परंपरा सैकड़ों साल पुरानी है। इसे कोई खत्म नहीं कर सकता। प्रशासन को इसका ऐतिहासिक महत्व समझना चाहिए। हिंदुस्तान की आजादी से पहले भी यह मेला लगता था, पिछले साल सिर्फ रमजान की वजह से इसे स्थगित किया गया था, लेकिन अब इसे बंद करने का कोई औचित्य नहीं है।
सपा विधायक ने कहा नेजा मेला केवल संभल तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका ऐतिहासिक संबंध नौचंदी मेरठ से है। संभल के मोहल्ला चमन सराय में रहने वाले मुजाहिद हुसैन ने बताया कि यह मजार सैयद सालार गाजी की है। यहां नेजा मेला लगता है। सभी धर्मों के लोग इस मेले में आते हैं। उन्होंने कहा कि जब प्रशासन मेला लगने नहीं दे रहा तो उनके आगे कोई बोल भी नहीं सकता। नेजा मेला विवाद को देखते हुए संभल में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।