शंभू बॉर्डर पर किसान ने की आत्महत्या, सल्फास खाकर दी जान, डल्लेवाल का आमरण अनशन 45 दिन से जारी

डिजिटल डेस्क, दिल्ली। हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है। इस बीच गुरुवार को एक किसान ने सल्फास खाकर सुसाइड कर लिया। किसानों की ओर से इसके बारे में बताया कि सुबह के समय लंगर स्थल के पास ही तरनतारन जिले के पहूविंड गांव में रहने वाले रेशम सिंह ने सल्फास खा लिया। जिसके बाद उसे पटियाला के राजिंदरा अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। मृतक किसान की उम्र 55 साल थी।

इस वजह से किया सुसाइड

किसान नेता तेजबीर सिंह ने बताया कि रेशम सिंह शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बीते 11 महीने से आंदोलन के बावजूद सरकार की तरफ से इसका समाधान न निकालने से नाराज था। बता दें कि इससे पहले 14 दिसंबर को भी एक और आंदोलनकारी किसान रणजोध सिंह ने सल्फास खा ली थी। जानकारी के मुताबिक वो किसानों को दिल्ली कूच न करने देने से नाराज था। करीब 4 दिन बाद उसकी पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में मौत हो गई थी।

डल्लेवाल की हालत गंभीर

उधर, खनौरी बॉर्डर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का 45वें दिन आमरण अनशन जारी है। मिली जानकारी के अनुसार अन्न त्यागने की वजह से उनकी हालत दिन ब दिन गंभीर होती जा रही है। बुधवार को उनकी मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए डॉक्टरों ने कहा था कि उनके पैरों को यदि शरीर के अन्य हिस्सों के बराबर करते हैं तो उनका बीपी कम हो जाता है। उनके पैरों को ऊंचाई पर रखना पड़ रहा है जिससे बीपी को कंट्रोल किया जा सके। इसके साथ ही उन्हें बोलने में भी तकलीफ हो रही है। जिस जगह पर डल्लेवाल का अनशन जारी है वहां गुरुवार को एक किसान गीजर फटने से बुरी तरह झुलस गया। उसे पटियाला के समाना स्थित सरकारी अस्पताल में लाया गया। उसके हाथ और पैर झुलसे हैं। उसकी पहचान गुरदयाल के रूप में हुई है।