
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम हमले को लेकर पूरे देश में आक्रोश है। इस पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला का रिएक्शन भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने कभी कबूल नहीं किया है कि हम हिंदुस्तान का हिस्सा हैं, इसी बात का अफसोस है। वो समझता है कि मुस्लिम उसकी जेब में हैं। यह बात अब्दुल्ला ने राज्यसभा सांसद और जाने माने वकील कपिल सिब्बल से बातचीत के दौरान कही।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “ये गलतफहमी उनको (पाकिस्तान) साबित हो गई होगी जब जम्मू-कश्मीर के लोग इकट्ठे होकर इसके (पहलगाम आतंकी हमला) खिलाफ खड़े हो गए। 35 साल में पहली बार हमने ये देखा। ये इंसानियत के खिलाफ है और कश्मीरियत के खिलाफ है। हम कबूल नहीं करते। ये बात हम बार-बार कहते हैं कि अगर दोस्ती में रहोगे तो तुम भी तरक्की करोगे, हम भी तरक्की करेंगे लेकिन वो (पाकिस्तान) समझते नहीं हैं।”
‘बांग्लादेश का बदला ले रही पाक आर्मी’
नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ ने आगे कहा, “फौज (पाकिस्तान की) हमसे बांग्लादेश का बदला ले रही है जबकि बांग्लादेश हमने नहीं किया। बांग्लादेश उनकी ही मेहरबानियों से हुआ क्योंकि उन्होंने ईस्ट पाकिस्तान से नाइंसाफी की। उन्होंने नाता छोड़ने की ठान ली थी। ये (पाकिस्तानी फौज) समझते हैं कि हम उसके जिम्मेवार हैं। आज तक वो इसको भूले नहीं हैं।”
वहीं जब कपिल सिब्बल ने पूछा कि रास्ता क्या है? तो इसके जवाब में फारूख अब्दुल्ला ने कहा, “आपने बालाकोट भी कर लिया तब भी वो नहीं समझे। मैं तो कहूंगा कि डिप्लोमेटिक चैनल बंद नहीं करने चाहिए और दुनिया को साथ लेकर चलना है। अकेले हम ये लड़ाई लड़ेंगे तो वो एकतरफा हो जाएगी। जब तक हम अपने दोस्तों को, बाकियों को साथ नहीं लाएंगे, ये खत्म नहीं होगा। उनको एक ही दफा ये पता चलना चाहिए की दुनिया उनके साथ नहीं है। अगर ये हो गया तो हो सकता है कि कुछ वक्त के लिए ये थम जाए बाकी मैं नहीं कह सकता हूं कि वो कभी बंद करेंगे, जब तक वहां फौज का रूल होगा और वहां लोगों का रूल नहीं होगा।”
इसके साथ ही नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ ने मोदी सरकार से संसद का विशेष सत्र बुलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार जो भी कदम उठाएगी हम उनके साथ रहेंगे।