वॉटरकूलर में बजबजा रही गंदगी, कहीं और बीमार न कर दें यह पेयजल, मरीज और परिजनों के लिए शुद्ध पेयजल की नहीं है व्यवस्था

Chhindwara News: मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में भर्ती मरीज और उनके परिजनों के लिए शुद्ध पेयजल की भी व्यवस्था नहीं है। पांच मंजिला अस्पताल में लगे वॉटर कूलर और नलों के बेसिन में गंदगी बजबजा रही है। यहां का पानी पीकर कहीं पहले से बीमार मरीज और गंभीर बीमारी से ग्रसित न हो जाए। हालात यह है कि मरीज के परिजनों को पीने के लिए पानी अस्पताल के बाहर से लाना पड़ रहा है।

गौरतलब है कि अस्पताल प्रबंधन ने हर फ्लोर में मरीजों के लिए वॉटर कूलर और नल लगाए है। वॉटर कूलर के टब और नल के नीचे लगे बेसिन की सफाई न होने से यहां गंदगी बजबजा रही है। यहां जमा हो रहे गंदे पानी से दुर्गंध उठने लगी है। इसके बाद भी प्रबंधन का दावा हैै कि मरीज और उनके परिजनों के लिए अस्पताल में शुद्ध पेयजल उपलब्ध है। अस्पताल प्रबंधन के पास सफाई कर्मचारियों का पर्याप्त अमला होने के बाद भी सफाई का अभाव है।

मजबूरी में यहीं से भर रहे पीने का पानी-

जिला अस्पताल में कुछ पेशेंट ऐसे भी है जिनकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर होती है। ऐसे मरीज के परिजनों को मजबूरी में इसी गंदगी के बीच से पीने का पानी भरते है। गंदे पानी के सेवन से बीमारी का खतरा बना हुआ है। प्रबंधन को मरीजों को होनी वाली दिक्कतों से कोई सरोकार नहीं है।

यह है हालात…

– अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर में मरीजों के लिए लगे वॉटर कूलर के टब में काई जम गई है। यहां बजबजा रही गंदगी से दुर्गंध उठ रही है। वॉटर कूलर के नल भी टूटे पड़े है।

– अस्पताल के पांचवें फ्लोर में लगे नल के नीचे लगा बेसिन सफाई के अभाव में चोक होकर गंदे पानी से भर गया है। मजबूरी में मरीज के परिजन यहीं से पानी भर रहे है।

क्या कहते हैं अधिकारी-

वॉटर कूलर और नलों के आसपास सफाई के लिए कर्मचारियों को लगातार हिदायत दी जा रही है। इसके बाद भी सफाई न करने वाले लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

– डॉ.हर्षवर्धन कुड़ापे, आरएमओ