विश्व पृथ्वी दिवस 2025 पर रबींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन

भोपाल। रबींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के विज्ञान सचांर केंद्र, विज्ञान संकाय, और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई द्वारा विश्व पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण और जागरूकता को केंद्र में रखते हुए विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की गईं।

कार्यक्रम के पहले दिन, विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों द्वारा परिसर में वृक्षारोपण किया गया। इसके पश्चात प्राध्यापक डॉ. सुचि मोदी ने पर्यावरण सुरक्षा और औषधीय पौधों के उपर एक प्रभावशाली प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार ये पौधे न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं बल्कि पर्यावरण संतुलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके साथ ही विद्यार्थियों ने विश्व पृथ्वी दिवस पर आकर्षक पोस्टर बनाए और प्रदर्शित किए।

कार्यक्रम के दूसरे दिन, एनएसएस के विद्यार्थियों ने रायसेन के चार मंडली गांव का दौरा किया और वहाँ श्रमदान कर गाँव के विकास में योगदान दिया। इस अवसर पर सेवानिवृत्त आइआरएस अधिकारी एवं गांधीवादी आर. एस. पालीवाल और समाज सुधारक व गांधीवादी लक्ष्मण गोले ने छात्रों को संबोधित करते हुए पृथ्वी को बचाने और जैविक खेती की ओर बढ़ने का संदेश दिया।

इस कार्यक्रम में विज्ञान संकाय की डीन डॉ. पूर्वी भारद्वाज, विज्ञान संप्रेषण केंद्र की प्रभारी डॉ. प्रीति सिंह और एनएसएस प्रमुख गब्बर सिंह और डा. रेखा गुप्ता ने भी पर्यावरण सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने छात्रों से प्रकृति के संरक्षण हेतु जागरूक रहने और सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया।

कार्यक्रम का समापन विद्यार्थियों की झीरी (रायसेन) यात्रा से हुआ जो कि बेतवा नदी का उद्गम स्थल है। इस यात्रा ने छात्रों को प्रकृति से जुड़ने और जल स्रोतों के संरक्षण के महत्व को समझने का अवसर दिया। विश्व पृथ्वी दिवस के इस विशेष आयोजन ने छात्रों और संकाय सदस्यों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना को और प्रबल किया।