विमानन सुरक्षा – अप्रैल में तूफान पर 2 दिवसीय प्रशिक्षण, निगरानी कार्यक्रम

Nagpur News. भारतीय विमानन सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से एयरोड्रोम मौसम विज्ञान कार्यालय (एएमओ) नागपुर, आईएमएस चैप्टर नागपुर, भोपाल और रायपुर के सहयोग से “हवाई सुरक्षा हेतु तूफान निगरानी’ पर अखिल भारतीय परिचयात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 21 व 22 अप्रैल को हो रहा है। इसमें भारतीय वायु सेना, एयरलाइंस, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई), और अन्य विमानन से संबंधित संस्थानों के अधिकारी एवं कर्मचारी भाग लेंगे।

आरएमसी नागपुर के उपमहानिदेशक डॉ. आर. बालासुब्रमणियन और एएमओ नागपुर के निदेशक व वैज्ञानिक डॉ. रिज़वान अहमद इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे। यह राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण कार्यक्रम देशभर के हवाई अड्डों के विमानन पेशेवरों को एक मंच प्रदान करेगा, जिससे वे गंभीर मौसम संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए अधिक प्रभावी रूप से तैयार हो सकें। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से, यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भारतीय विमानन प्रणाली प्रतिकूल मौसम स्थितियों, विशेष रूप से तूफानों के प्रभाव को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में सक्षम हो।

विमानन सुरक्षा को मिलेगी मजबूती : दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में तूफान जलवायु विज्ञान (थंडरस्टॉर्म क्लाइमेटोलॉजी), मॉडलिंग, पूर्वानुमान, तत्काल भविष्यवाणी (नाउकास्टिंग), और उन्नत उपग्रह एवं रडार प्रौद्योगिकी की सहायता से चेतावनी जारी करने की तकनीकों को शामिल किया जाएगा। व्यावहारिक सत्रों पर विशेष ध्यान देते हुए, यह पाठ्यक्रम प्रतिभागियों को नवीनतम निगरानी और पूर्वानुमान तकनीकों को प्रभावी ढंग से लागू करने में सक्षम बनाएगा, जिससे विमानन सुरक्षा को और अधिक मजबूत किया जा सके।

यह है उद्देश्य : इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश भर के 106 हवाई अड्डों से 400 से अधिक प्रतिभागी शामिल होने की उम्मीद है। तूफान (थंडरस्टॉर्म) जैसे चरम मौसमी घटनाएँ, जिनमें तेज़ बारिश, गरज-चमक, आंधी, ओले, बिजली गिरना, बर्फ जमना, वायुतरंग (टर्बुलेंस) शामिल हैं। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विमानन पेशेवरों को इन खतरनाक स्थितियों की निगरानी, पूर्वानुमान और त्वरित प्रतिक्रिया के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।