वाल्मीक कराड को 7 दिन की एसआईटी हिरासत में भेजा, मकोका अदालत ने सुनाया फैसला

Beed News. मकोका अदालत की विशेष न्यायाधीश सुनीता देशमुख ने संतोष देशमुख हत्याकांड में आरोपी वाल्मीक कराड को सात दिन की एसआईटी हिरासत में भेज दिया है। एसआईटी ने दस दिन की हिरासत मांगी थी। प्रारंभ में वाल्मीक कराड पर केवल जबरन वसूली का मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, जब उसे इसी मामले में मंगलवार को न्यायिक हिरासत में भेजा गया तो एसआईटी ने तुरंत वाल्मीक पर हत्या का आरोप लगाया और उस पर मकोका लगा दिया। इसलिए एसआईटी ने हिरासत की मांग के लिए उसे 15 जनवरी को अदालत में पेश किया है।

एसआईटी का अदालत में सनसनीखेज दावा

प्रारंभ में एसआईटी जांच अधिकारी अनिल गूजर ने अदालत को हत्या मामले की जांच के बारे में जानकारी दी। इसके बाद सरकारी वकील बालासाहेब कोल्हे ने अपनी दलील शुरू की। बहस की शुरुआत में सरकारी अभियोजकों ने हत्या के मामले में एक बहुत ही सनसनीखेज दावा किया। उन्होंने अदालत को जानकारी देते हुए कहा, ‘सरपंच सतोष देशमुख की हत्या 9 दिसंबर को हुई थी हत्याकांड मामले में आरोपी सुदर्शन घुले, विष्णु चाटे की वाल्मीक कराड के बीच उस दिन दोपहर 3.20 से 3.30 बजे के बीच दस मिनट तक बातचीत हुई थी।’ इस बार क्या कहा गया? इसकी गहन जांच होनी 

कराड ने हत्या के दिन संतोष देशमुख को धमकाया था- एसआईटी का दावा

इस बीच, एसआईटी ने इस मामले में वाल्मीक कराड पर भी बेहद चौंकाने वाला आरोप लगाया है। सरकारी वकील ने अदालत में जानकारी देते हुए कहा, “हत्याकांड के कई आरोपी अपराधी हैं।” वे एक दूसरे को जानते हैं। “वे सभी एक साथ आते थे और एक-दूसरे के संपर्क में रहते थे तथा जबरन वसूली जैसे अपराध करते थे।” एसआईटी ने अदालत में दावा किया है, ‘इस बीच, वाल्मीक कराड ने संतोष देशमुख को उसी दिन धमकी दी थी जिस दिन उनकी हत्या हुई थी।

वाल्मीकि कराड पर मकोका क्यों लगाया गया?

सरकारी अभियोजकों ने अदालत में यह भी जानकारी दी कि वाल्मीक कराड पर मकोका क्यों लगाया गया। सरकारी अभियोजकों ने अदालत के समक्ष वाल्मीक कराड के खिलाफ दर्ज अपराधों की सूची पेश की है। एसआईटी ने यह साक्ष्य उपलब्ध कराया है कि मकोका क्यों और कैसे लगाया गया।

कराड समर्थकों और विरोधियों ने अदालत के बाहर नारे लगाए

जब वाल्मीक कराड को जेल ले जाया जा रहा था, तो बीड कोर्ट के बाहर उनके खिलाफ जोरदार नारे लगाए गए। वकील हेमा पिंपले ने वाल्मीक कराड के लिए मौत की सजा की मांग की है। इस दौरान वाल्मीकि कराड के समर्थक और विरोधी एक दूसरे पर नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने वाल्मीकि कराड समर्थकों को हिरासत में लिया है।