वाजपेयी के जन्म शताब्दी समारोह में गडकरी ने कहा – सेक्युलर का मतलब धर्मनिरपेक्ष नहीं

Nagpur News. भाजपा व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों का उल्लेख करते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने कहा है कि भारतीयत्व ही िहंदुत्व है। सेक्युलर का मतलब धर्मनिरपेक्ष नहीं, बल्कि सर्वसमावेशक है। उच्चतम न्यायालय ने भी कहा है कि हिंदुत्व जीवन जीने का मार्ग है। उन्होंने महाराष्ट्र काे जातिवाद मुक्त करने का आह्वान किया। बुधवार को ईश्वर देशमुख महाविद्यालय के मैदान में अटल बिहारी वाजपेयी जन्मशताब्दी समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राजस्व मंत्री व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चद्रशेखर बावनकुले सहित विदर्भ के भाजपा के मंत्री व विधायकों का सत्कार किया गया। गडकरी इसी अवसर पर बोल रहे थे।

भाजपा प्राइवेट लिमिटेड पार्टी नहीं

भाजपा के गठन व संघर्षकाल का उल्लेख करते हुए गडकरी ने कहा कि कार्यकर्ताओं को इतिहास पर विचार कर भविष्य की प्रेरणा लेनी होगी। अटलजी का हिंदुत्व सर्वसमावेशक था। वे कहते थे कि भारत कांग्रेस, भाजपा या आरएसस से नहीं, बल्कि हिंदुत्व से सेक्युलर रहेगा। भाजपा परिवारवादी नहीं है। देवेंद्र फडणवीस को उनके पिता ने नहीं, बल्कि भाजपा ने राजनीति में लाया। जो माता-पिता बच्चों के लिए चुनाव में टिकट मांगते हैं उनको टिकट मत दाे। भाजपा पिता-पुत्र की प्राइवेट लिमिटेड पार्टी नहीं है।

सत्ता मेरे दिमाग में नहीं जाएगी : फडणवीस

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राजनीतिक सफर की स्मृति साझा करते हुए कहा कि मैंने भाजपा में काम नहीं करने के लिए कहा था। यह वह दौर था, जब मैं विद्यार्थी परिषद में काम करता था। मैंने भाजपा में प्रवेश किया, तब मुझसे भी अधिक क्षमता के कार्यकर्ता थे। भाजपा में शामिल होने के बाद राजनीतिक क्षेत्र में मेरे कदम बढ़ते ही गए, लेकिन मैं फिर से कह देना चाहता हूं कि सत्ता मेरे दिमाग में नहीं जाएगी। भाजपा के बिना देवेंद्र फडणवीस की कोई औकात, कोई वजूद नहीं है। 11वीं कक्षा में मैंने विद्यार्थी परिषद के लिए काम शुरू किया। मैंने सोचा था कि वकालत करूंगा। पिता गंगाधरराव फडणवीस की मृत्यु के बाद 1990 में विद्यार्थी परिषद के एक समूह में मैंने बतौर कारसेवक कार्य किया। 20 साल की उम्र में मुझे विद्यार्थी परिषद के प्रांत प्रमुख सुनील आंबेकर ने भाजपा में काम करने को कहा। मैं भाजपा के लिए काम करने को तैयार नहीं था। तब मुझे विलास फडणीस के पास भेजा गया। फडणीस ने मुझसे कहा कि वरिष्ठाें के निर्णय पर प्रश्न नहीं पूछते हैं। नितीन गडकरी, प्रभाकरराव दटके, छोटू धाक्रस ने मुझे वार्ड 69 से मनपा चुनाव लड़वाया। 1992 में पहली बार नगरसेवक चुना गया। मेरी राजनीतिक सफलता में प्रमोद महाजन, गोपीनाथ मुंडे, पांडुरंग फुंडकर का भी योगदान रहा।

निराशा में संभलने का आधार दिया : बावनकुले

विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारी नहीं मिलने की घटना का उल्लेख करते हुए चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि 4 अक्टूबर 2019 मेरे लिए जीवन का सबसे निराश करने वाला दिन था। फडणवीस के घर पर रात में बैठे थे। गडकरी व फडणवीस ने मुझे निराशा में संभलने का आधार दिया। 1992 में मैं छत्रपति सेना में था। गडकरी मुझे भाजपा में ले आए। 1995 में भाजपा में शामिल हुआ। सुनील केदार ने मेरे घर के लिए रुपए मिलने के लिए बाधा लाई, लेकिन गडकरी मुझे अधिकारी के पास ले गए। उस समय मुझे घर के लिए 20 लाख रुपए नहीं मिलते, तो मेरे जीवन की शुरुआत ही नहीं हो पाती। गडकरी कार्यकर्ताओं को नेता बनाते हैं। फडणवीस कार्यकर्ताओं में नेतृत्व गुण लाते हैं। विधान परिषद चुनाव जीतने पर जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में मुझे गडकरी, फडणवीस न गले लगाकर शुभकामनाएं दीं। उस क्षण को भी नहीं भूल पाऊंगा। बावनकुले ने फडणवीस के सम्मान में कविता पढ़ी।

इनका हुआ सत्कार : मंत्री अशोक उइके, आकाश फुंडकर, पंकज भोयर, रणधीर सावरकर सहित विदर्भ के सभी भाजपा विधायकों का सत्कार िकया गया। कार्यक्रम की प्रस्तावना संजय भेंडे ने रखी। उन्होंने बताया कि गडकरी की संकल्पना से कार्यक्रम का आयोजन िकया गया है। संचालन बंटी कुकडे ने किया।