लोग दूसरे पर कम ज्ञान दें और अपनी फिटनेस पर ज्यादा ध्यान दें, कांग्रेस प्रवक्ता के रोहित शर्मा को लेकर दिए बयान पर बोले गिरीराज सिंह

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम इस समय आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर रही है। टीम ने अपने तीनों लीग मैच जीतकर सेमीफाइनल में जगह बना ली है और खिताब जीतने से महज दो कदम दूर है। इस बीच टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा अनावश्यक बहस का हिस्सा बन गए हैं। दरअसल, कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने सोशल मीडिया पर उन्हें लेकर एक पोस्ट किया। इस पोस्ट में शमा ने भारतीय कप्तान पर अपमानजनक टिप्पणी करते हुए उन्हें मोटा बताया। उनकी इस टिप्पणी पर जमकर विवाद हो रहा है। क्रिकेट फैंस से लेकर राजनेता तक इस बयान को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता की आलोचना कर रहे हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता के दिए इस बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लोग दूसरे को कम ज्ञान दें। उन्होंने कहा, ‘मैं किसी पर टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन रोहित शर्मा ने क्रिकेट जगत में बहुत उपलब्धि हासिल की है। उन्हें पता है कि कैसे फिट रहना है। लोग दूसरे पर कम ज्ञान दें और अपनी फिटनेस पर ज्यादा ध्यान दें। वे रोहित शर्मा के फिटनेस की चिंता नहीं करें।’

बता दें कि शमा ने एक्स पर की गई अपनी पोस्ट में लिखा था, ‘रोहित शर्मा एक खिलाड़ी के लिए मोटे हैं! उन्हें अपना वजन कम करने की जरूरत है और निश्चित रूप से, वह भारत के अब तक के सबसे अप्रभावी कप्तान हैं। ‘ शमा के इस पोस्ट पर देश की सियासत भी गरमा गई है। बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और उन पर दिग्गज बल्लेबाज की ‘बॉडी शेमिंग’ करने का आरोप लगाया। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद शमा मोहम्मद ने अपनी पोस्ट को सोशल मीडिया से हटा लिया है।

बीसीसीआई ने भी किया पलटवार

कांग्रेस प्रवक्ता के बयान पर बीसीसीआई का बयान भी सामने आया। क्रिकेट बोर्ड के सचिव देवजीत सैकिया ने शमा मोहम्मद के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि आईसीसी प्रतियोगिता के बीच इस तरह के बयान आने से क्रिकेटरों के मनोबल पर बुरा असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि यह सब बयान लोग अपने निजी प्रचार के लिए इस तरह के अनावश्यक बयान देते हैं।

एक न्यूज चैनल से इस मामले पर बातचीत करते हुए बीसीसीआई सचिव ने कहा, ‘जब टीम इतने महत्वपूर्ण आईसीसी टूर्नामेंट में खेल रही है, तब एक जिम्मेदार व्यक्ति द्वारा इस तरह की तुच्छ टिप्पणी करना दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे किसी व्यक्ति या टीम का मनोबल गिर सकता है। सभी खिलाड़ी अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता के अनुसार प्रदर्शन कर रहे हैं और परिणाम दिख रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि लोग निजी प्रचार के लिए इस तरह के अपमानजनक बयान देने से बचेंगे।’