राशन दुकानों से नहीं बंटा गेहूं, लोग काट रहे चक्कर

Jabalpur News: राशन दुकानों से अनाज लेने वाले गरीबों को इस माह गेहूं नहीं मिल पाया है। वे जब भी दुकान जाते हैं तो उन्हें केवल यही कहा जाता है कि अप्रैल माह का आवंटन नहीं आया है। ऐसे में लाेग केवल चावल के भरोसे दिन काट रहे हैं। खाद्य विभाग के अधिकारी भी इस मामले में कुछ बोलने की स्थिति में नहीं हैं। वे यह जरूर कह रहे हैं कि पल्लेदारों की हड़ताल के चलते अनाज दुकानों तक नहीं पहुंच पाया है।

बताया जाता है कि जिले के 14 लाख 51 हजार हितग्राहियों को राशन दुकानों से अप्रैल माह का गेहूं नहीं मिला है। इसका कारण यह है कि राशन दुकान संचालकों को खाद्य विभाग से आवंटन ही नहीं दिया गया है। राशन पाने की चाह में लोग रोजाना दुकानों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है। चिंता की बात तो यह है कि पहले ऐसा नियम था कि इस माह का अनाज नहीं मिलने पर अगले माह दे दिया जाता था जबकि अब नियम बदल गए हैं और उसी माह अनाज दिए जाने का नियम लागू हो गया है।

हर माह बंटता है 29 लाख किलो गेहूं -राशन दुकान से हर माह करीब 29 लाख किलो गेहूं बंटता है। इसके लिए जिले में कुल 1005 राशन दुकाने हैं जिनमें से 426 दुकानें नगर निगम क्षेत्र की हैं जबकि 579 दुकानें ग्रामीण क्षेत्रों की हैं।

शक्कर घोलकर पी गया खाद्य विभाग

पिछले दिनों गढ़ा में एक राशन दुकान में करीब 10 क्विंटल शक्कर पकड़ी गई थी। इसका न तो कोई रिकाॅर्ड सामने आया और न ही इस संबंध में उचित जानकारी दी गई थी। इसके बाद राशन दुकान संचालक पर कार्रवाई की बात की गई थी लेकिन करीब डेढ़ माह बीतने के बाद भी खाद्य विभाग चुप्पी साधे बैठा है।

15000 मीट्रिक टन की खरीदी

समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का कार्य 5 मई तक किया जाना है। शासन द्वारा गेहूं का समर्थन मूल्य 2425 रुपए प्रति क्विंटल तथा 175 रुपए प्रति क्विंटल बोनस घोषित किया गया है। इस प्रकार शासन द्वारा 2600 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीदी की जा रही है। इस संबंध में शासन द्वारा जारी उपार्जन नीति के अनुसार जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए 70 उपार्जन केन्द्रों की स्थापना की गई है। उक्त उपार्जन केन्द्रों में अभी तक 1538 कृषकों से कुल 15436.50 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी की जा चुकी है।