
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पीथमपुर में ही राजधानी भोपाल के यूनियन कार्बाइड का कचरा जलाया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने भी मामले में दखल देने से इनकार कर दिया है। इस मामले पर अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा- ये कांग्रेस के पाप थे। कांग्रेस के शासन में उस फैक्ट्री में 10 लाख लोग मारे गए और उनकी सरकार लंबे समय तक सत्ता में रही, लेकिन उन्होंने इसे ऐसे ही छोड़ दिया। कांग्रेस की मनमोहन सिंह सरकार के दौरान पीथमपुर का चयन किया गया था। उन्होंने ही लाइसेंस दिया था। जब हमने ये तथ्य कोर्ट के सामने रखे, तो सब कुछ स्पष्ट हो गया। कांग्रेस हमेशा दोहरा मापदंड अपनाती है। वो पाप खुद करती है और दोष किसी और पर डालने की कोशिश करती है।
कांग्रेस नेता कमलनाथ के बयान पर उन्होंने कहा- उनके समय में औद्योगिक विकास दर एक भी नहीं थी। यह हमारी सरकार है जिसकी वजह से मध्य प्रदेश सबसे तेजी से विकास करने वाले राज्यों में शामिल है।
सुप्रीम कोर्ट ने मामले में हस्ताक्षेप करने से किया मना
हाईकोर्ट के फैसले के बाद अब विशेषज्ञों की निगरानी में कचरा को पीथमपुर में ही जलाया जाएगा। इस पूरे मामले को लेकर विवाद हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि वह यूनियन कार्बाइड प्लांट में कचरे के निपटान से संबंधित मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगा, क्योंकि इस मामले की निगरानी पहले से ही मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय कर रहा है।