
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लेबनान समर्थित आतंकी समूह हिजबुल्लाह ने एक बार फिर से सोमवार को इजरायल पर जोरदार हमला बोला है। इस हमले हिजबुल्लाह ने इजरायल पर 165 से ज्यादा मिसाइलें दागी हैं। इसकी वजह से किसी की जान तो नहीं गई लेकिन कई नागरिकों के घायल होने की खबर सामने आ रही है। इसके अलावा क्षेत्र के इमारतों और वाहनों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हमले में 1 बच्चा और करीब सात लोग घायल हुए हैं। एक और रिपोर्ट के मुताबिक हिजबुल्लाह के रॉकेटों की बौछार को इजरायल के आयरन डोम ने रोक दिया था, लेकिन कुछ रॉकेट जमीन से जा टकराई। इस दौरान हिजबुल्लाह ने इजरायल के हाइफा शहर पर 90 से अधिक मिसाइलों से हमला किया। वहीं, गैलिलि में तकरीबन 50 रॉकेट दागे।
इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने हमले के बाद एक वीडियो शेयर करते हुए एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “हम हिजबुल्लाह की आक्रामकता के खिलाफ अपने नागरिकों की रक्षा करना जारी रखेंगे।” इजराइल रक्षा बलों ने हमले की जानकारी देते हुए कहा कि गैलिली पर करीब 50 रॉकेट दागे गए, जबकि कई रॉकेट कारमील क्षेत्र और आस-पास के शहरों पर गिरें। लेकिन टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के अनुसार इजरायल के शहर हाइफा पर भी तकरीबन 90 से ज्यादा मिसाइलों से हमला किया गया है।
#Northern_Israel_Is_Under_Attack
We will continue to defend our civilians against Hezbollah’s aggression. pic.twitter.com/0fd0Wq6pxa
— Israel Defense Forces (@IDF) November 11, 2024
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा कि लेबनान में युद्ध विराम की दिशा में “कुछ प्रगति” हुई है। टाइम्स ऑफ इजरायल ने विदेश मंत्री के हवाले से कहा, “हम इस पर सहमत होंगे यदि हम सबसे पहले यह जान लें कि हिजबुल्लाह हमारी सीमा पर नहीं है, लिटानी नदी के उत्तर में है, और हिजबुल्लाह खुद को फिर से नए हथियार प्रणालियों से लैस नहीं कर पाएगा।”
हमले के कुछ समय बाद लेबनान से ड्रोन भी किया लॉन्च
बमबारी की जिम्मेदारी लेते हुए आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह ने कहा कि इसने “कार्मेल बस्ती में पैराट्रूपर्स ब्रिगेड के प्रशिक्षण बेस को निशाना बनाया।” आईडीएफ ने आगे बताया कि कुछ समय बाद लेबनान से एक ड्रोन लॉन्च भी किया गया था। जिसे मलकिया के उत्तरी किबुत्ज के ऊपर हवाई सुरक्षा ने ध्वस्त कर दिया। बता दें, किबुत्ज इजराइल में एक बस्ती है जिसमें सारी संपत्ति साथ रखी जाती है और मुनाफे को बस्ती में फिर से निवेश किया जाता है।