म्यांमार में भूकंप के झटके थे इतने तेज, कि भारत तक हिला, जानें भारत के किन राज्यों की कांपी धरती

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में भारी भूकंप के झटके महसूस किए हैं। रिक्टर स्केल में तीव्रता नापी गई थी तो 7.7 मैग्नीट्यूड बताई गई है। इस भूकंप के झटके इतने तेज थे कि भारत के भी कई राज्यों में महसूस हुए हैं। भारत में किसी भी तरह की परेशानी की सूचना सामने नहीं आई है। 

सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी का क्या है कहना?

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी का कहना है कि, इस भूकंप का केंद्र म्यांमार के सागाइंग में धरती के करीब 10 किलोमीटर अंदर था। भूकंप झटके पूर्वोत्तर भारत के भी कई राज्यों में महसूस किए गए हैं। जिसमें मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, असम और नागालैंड शामिल हैं। भारत में भी इतने तेज झटके थे कि, लोग तुरंत अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए थे। पूर्वोत्तर भारत के कई सारे राज्यों में तो महसूस हुआ ही साथ ही उत्तर राज्यों में भी झटके लगे हैं। जिसको लेकर आधिकारिक तौर पर जानकारी नहीं मिली है। 

भूकंप दो बार आए 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप के झटके लगातार दो बार आए थे। पहला भूकंप म्यांमार में आया था और दूसरा थाईलैंड में आया था। म्यांमार के मांडले का फेमस ब्रिज भी भूकंप के झटकों से क्षतिग्रस्त हो गया है। लेकिन थाइलैंड में हुए नुकसानों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। जानकारी के मुताबिक, बैंकॉक में 1.7 करोड़ से भी ज्यादा लोग रहते हैं और भूकंप के झटके महसूस होने के बाद सभी लोग अपनी-अपनी बिल्डिंग्स से बाहर निकल आए थे और धूप में ही काफी देर खड़े रहे। बिल्डिंग से भागते हुए लोगों का वीडियो भी वायरल हो रहा है। बता दें, भूकंप की वजह से भारत में किसी भी तरह का खास नुकसान नहीं हुआ है।

क्यों महसूस होते हैं भूकंप के झटके?

साइंटिस्ट्स के मुताबिक, पृथ्वी टैक्टोनिक प्लेट्स पर ही स्थित है। इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है और इस पदार्थ पर ही टैक्टोनिक प्लेट्स तैरती रहती हैं। कई बार ये प्लेट्स एक दूसरे से टकरा भी जाती है। ऐसा बार-बार होने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने से टूटने भी लगते हैं। ऐसे में नीचे से निकली हुई एनर्जी बाहर आने का रास्ता ढूंढने लगती है और इससे ही डिस्टर्बेंस होता है और लोगों को भूकंप के झटके महसूस होते हैं।