मौलाना खलील उर रहमान का विवादित बयान, यूपी के राज्यमंत्री के तिरपाल वाले बयान पर किया पलटवार, बताया ‘नाली का कीड़ा’

डिजिटल डेस्क, मुंबई। इस बार होली और रमजान का शुक्रवार यानी जुमा साथ-साथ पड़ रहा है। ऐसे में सांप्रदायिक माहौल न बिगड़े, इसके लिए यूपी पुलिस प्रशासन अलर्ट पर है। कई जिलों में जुमे की नमाज का समय बदल दिया गया है। वहीं मस्जिदों को रंग-गुलाल से बचाने के लिए तिरपाल से ढंक दिया गया है।

इस बीच यूपी के राज्यमंत्री रघुराज सिंह ने बयान दिया कि जिन लोगों को होली से समस्या है वो तिरपाल का हिजाब पहन लें, इससे उनकी टोपी नहीं भीगेगी। उनके इस बयान पर अब मुंबई रजा एकेडमी के सचिव मौलाना खलील उर रहमान ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ऐसी बातें करने वाले लोग गंदी नाली के कीड़े होते हैं जो कि समाज को बांटना चाहते हैं।

इनके दिमाग में जहर भरा

मौलाना ने मंत्री रघुराज सिंह पर पलटवार करते हुए कहा, “इन लोगों के दिमाग में जहर भरा हुआ है। ये मुल्क को बांटने की फिराक में लगे हुए हैं। इनको गंदी नाली के कीड़े कहिए और ये इस तरह के बयान दे रहे हैं। चाहे वो मंत्री बना बैठा हो या कुछ भी हो। ये वो लोग हैं जो समाज को बांटना चाहते हैं और मुल्क में नफरत फैलाना चाहते हैं।”

क्या था रघुराज सिंह का बयान?

बता दें कि बीती 10 मार्च को यूपी के राज्य मंत्री रघुराज सिंह ने कहा था कि होली और जुमे की नमाज को देखते हुए प्रशासन सतर्क है। लेकिन कुछ लोगों को इस पर आपत्ति है। ऐसे लोगों से मेरा कहना है कि जैसे वहां की महिलाएं हिजाब पहनती हैं और मस्जिदों को तिरपाल से ढंका जाता है। उसी तरह वह लोग तिरपाल का हिजाब पहनकर आ सकते हैं। इससे उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी और वे आसानी से नमाज अदा कर सकते हैं।

उन्होंने आगे कहा था कि तिरपाल का हिजाब पहनने से उन्हें यह फायदा होगा कि उनकी टोपी नहीं भीगेगी। उन्होंने ये भी कहा था कि इससे हिंदुओं को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। इससे पहले संभल के सीओ अनुज चौधरी ने कहा था कि जो होली के रंगों से असहज महसूस करते हैं, उन्हें घर के अंदर रहना चाहिए क्योंकि यह त्योहार साल में एक बार आता है, वहीं जुमा की नमाज हर साल 52 बार आती है।