मानव तस्करी के शिकार प्रदेश के 60 लोगों की घर वापसी, 5 आरोपी गिरफ्तार

Mumbai News. महाराष्ट्र साइबर सेल ने म्यांमार और थाईलैंड में एक बड़े ऑपेरशन को अंजाम देते हुए साइबर गुलामी का शिकार हुए महाराष्ट्र के 60 लोगों को वहां से रेस्क्यू किया है। मानव तस्करी का शिकार हुए लोगों को विदेश में अच्छी तनख्वाह वाली नौकरी देने का झांसा देकर ले जाया गया था। इन्हें म्यांमार और थाईलैंड ले जाकर साइबर धोखाधड़ी का काम करने के लिए मजबूर किया गया था। यदि कोई ऐसा करने से मना करता था तो उसे शारीरिक यातनाएं दी जाती थीं। इस मामले में महाराष्ट्र साइबर सेल ने पांच आरोपियों मनीष ग्रे उर्फ मैडी, आदित्य रवि चंद्रन, रूपनारायण रामधर गुप्ता, तलनिती नुलक्सी और जेंसी रानी डी को गिरफ्तार किया है। आरोपी मनीष वेब सीरीज और टेलीविजन शो में अभिनय भी कर चुका है। उसी ने युवकों को भर्ती करके उन्हें म्यांमार पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

यशस्वी यादव, डीआईजी, महाराष्ट्र साइबर सेल के मुताबिक पीड़ितों के परिजनों की शिकायत मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय की मदद से थाईलैंड और म्यांमार की सरकार से संपर्क किया गया था और मियावाड़ी इलाके से 60 भारतियों को रेस्क्यू करके सुरक्षित लाया गया। सभी पीड़ित महाराष्ट्र के ही रहने वाले हैं।

म्यांमार में विद्रोही समूहों के हवाले किया

महाराष्ट्र साइबर सेल के मुताबिक, विदेश में नौकरी पाने के इच्छुक उम्मीदवारों को एजेंटों ने आकर्षक काम और वेतन का झांसा दिया था। इसके बाद उन्हें पर्यटक वीजा पर थाईलैंड भेजा गया। जहां से उन्हें छोटी नावों के जरिये म्यांमार ले जाया गया। जहां उन्हें सशस्त्र विद्रोही समूहों द्वारा नियंत्रित संरक्षित परिसरों में ले जाया गया। इन सभी को साइबर ठगी में संलिप्त कंपनियों के साथ एक साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया था। इन भर्तियों की सुविधा देने वाले एजेंटों को प्रति पीड़ित 1,000 अमेरिकी डॉलर तक मिलते थे।                                                                                                                                                                                               

साइबर ठगी के सभी अपराधों को देते थे अंजाम

प्रदेश के युवकों को साइबर धोखाधड़ी में डिजिटल गिरफ्तारी, फर्जी निवेश योजना समेत सभी अपराधों को अंजाम देना होता था। लोगों को वरगलाने के लिए फर्जी पहचान का इस्तेमाल करते थे, जबकि बुजुर्गों से पैसे ऐंठने के लिए पुलिस होने का झांसा देते थे। जांच में कई एजेंटों और कॉल सेंटर कंपनियों की भूमिका का पता चला है। ये कंपनियां रोजगार एजेंसियों की आड़ में काम कर रही थीं।

ऑनलाइन टिकट बिक्री पर श्वेत पत्र जारी

महाराष्ट साइबर सेल ने कॉन्सर्ट की ऑनलाइन टिकट बिक्री की कालाबाजारी को लेकर शुक्रवार को एक श्वेत पत्र जारी किया। साइबर सेल ने बुकमायशो और जोमैटो के साथ यह श्वेत पत्र जारी किया है। जिसमें टिकटिंग में गड़बड़ी को रोकने के लिए कई उपाय किये गए हैं।

महाराष्ट्र साइबर सेल ने बचाये 650 करोड़ रुपए

15 अक्टूबर 2024 में साइबर सेल द्वारा शुरू की दो गई दो हेल्पलाइन 1930 और 1945 पर अब तक नौ लाख से ज्यादा कॉल आई हैं। 2019 से महाराष्ट्र साइबर ने 4.5 लाख से ज्यादा साइबर क्राइम शिकायतों में नागरिकों के 650 करोड़ रुपए से ज्यादा बचाए हैं। इस दौरान आत्महत्या की धमकियों से संबंधित भी 50 से अधिक शिकायतें मिलीं थीं।