
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या में स्नान करने के लिए लाखों श्रद्धालु आए हुए थे। जिसमें भगदड़ मच गई थी और इसके बाद ही प्रशासन ने काफी ज्यादा सख्त कमद उठाया है। प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए पांच बड़े बदलाव किए हैं। जिसमें नो-व्हीकल जोन से लेकर वीवीआईपी पास और ट्रैफिक को लेकर बड़े फैसले किए हैं। प्रशासन ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया है, जिसका मतलब है कि बिना इजाजत के कोई भी वाहन महाकुंभ क्षेत्र में नहीं जा पाएगा।
प्रशासन हुआ सख्त
महाकुंभ में हुई भगदड़ की खबर के बाद पुलिस प्रशासन काफी ज्यादा तेज हो गया है। सीएम आदित्यनाथ योगी के कड़े निर्देशों के बाद श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए महाकुंभ मेला क्षेत्र के लिए पांच बड़े फैसले किए गए हैं। जिससे आने वाले समय में किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े। पुलिस प्रशासन के लिए अब बसंत पंचमी पर अमृत स्नान को आराम से पूरा कराने की जिम्मेदारी है जिसको देखते हुए ये बदलाव लाए गए हैं।
महाकुंभ मेला क्षेत्र में कौन से बदलाव हुए?
महाकुंभ मेला क्षेत्र को पूरी तरह से नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। जिसके चलते सभी तरह के वाहनों का मेला क्षेत्र में नहीं जा सकता है। मेला प्रशासन की तरफ से वीवीआईपी पास भी रद्द कर दिया गया है। किसी भी विशेष पास की मदद से वाहनों को मेले में आने की अनुमति नहीं होगी। मेला क्षेत्र में रास्ते वन-वे किए गए हैं। श्रद्धालुओं के आराम से आने के लिए एक ही तरफ के रास्ते का इस्तेमाल किया जाएगा और जाते समय दूसरे मार्ग से बाहर जाना होगा। वाहनों की नो एंट्री होगी। इसका मतलब है कि, प्रयागराज से सटे हुए किसी भी जिले में आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर ही रोक दिया जाएगा। बता दें, 4 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन सभी श्रद्धालु आराम से अमृत स्नान ले सकें इसलिए सारे प्रबंधनों पर ध्यान दिया जाएगा। साथ ही शहर में चार पहिया वाहन का आना पूरी तरह से वर्जित होगा।
सख्त है नियम
प्रशासन अब किसी भी तरह की भगदड़ और परेशानी के लिए लापरवाही नहीं बरतना चाहती है। इसलिए सभी नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा।