मनपा आयुक्त की सीओसी को भेंट, नागरी शिकायतों को लेकर टोल फ्री क्रमांक जारी करने के निर्देश

Nagpur News महानगरपालिका प्रशासन को मिलने वाली आनलाइन शिकायतों के निराकरण की प्रक्रिया को देखने के लिए मनपा आयुक्त तथा प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी ने सीओसी का निरीक्षण किया। मनपा मुख्यालय के स्मार्ट सिटी के अटल बिहारी वाजपेयी सिटी ऑपरेशन सेंटर को औचक भेंट देकर व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान आयुक्त डॉ. चौधरी ने नागरी शिकायत पर अभिप्राय देने की प्रक्रिया की जानकारी ली। इसके साथ ही आनलाइन शिकायत के लिए आरंभ होनेवाले कॉल सेंटर की प्रक्रिया को भी जाना। इस अवसर पर मनपा के उपायुक्त प्रकाश वराडे, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के स्वप्निल लोखंडे समेत अन्य उपस्थित थे। 

शहर में पेयजल, सीवेज, गंदगी समेत अन्य बुनियादी सुविधाओं से जुड़ी शिकायतों के लिए नागरिकों को परेशान होना पड़ता था। इस समस्या को देखते हुए अब प्रशासन ने आनलाइन शिकायत दर्ज कराने का पोर्टल लागू किया है। नागरिकों की शिकायत के तत्काल निराकरण को लेकर प्रक्रिया को मनपा आयुक्त निगरानी कर रहे है। इतना ही नहीं शिकायतों के निराकरण के साथ फीडबैक की व्यवस्था को भी लागू किया जा रहा है।

टोल फ्री क्रमांक होगा जारी : मनपा प्रशासन की ओर से नागरिकों की आनलाइन शिकायतों को दर्ज करने के लिए जल्द ही टोल फ्री क्रमांक 155304 जारी किया जाएंगा। दो शिफ्ट में इस क्रमांक के माध्यम से नागरिक अपनी शिकायतों को दर्ज करा सकेंगे। सुबह 8 से दोपहर 2 बजे और दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक टोल फ्री नंबर पर नागरिक शिकायत दर्ज करा सकते है। इसके साथ ही नागरिकों की शिकायत का निराकरण होने के बाद फीडबैक भी लिया जाएंगा। इन शिकायतों को दर्ज करने और फीडबैक लेने की प्रक्रिया को रजिस्टर में भी दर्ज करने की अनिवार्यता की गई है।

इस माह 1760 शिकायत : महानगरपालिका प्रशासन को नागरिकों से आनलाइन में शिकायतंे लगातार मिल रही है। इस माह 1760 शिकायतें आनलाइन पोर्टल पर मिली है, इनमें से 1462 शिकायतों का निराकरण किया जा चुका है। अब भी 166 शिकायतों के निराकरण को लेकर काम चल रहा है, जबकि 19 शिकायतों पर अब निराकरण को लेकर अटकी हुई है। आर्थिक प्रावधान से जुड़ी होने के चलते 2 शिकायतों को रद्द कर दिया गया है। पिछले माह निराकरण नहीं होने से इस माह की शिकायतों में 110 जुड़ी है।

विभाग प्रमुख भी अपनी शुमारी दे सकेंगे : मनपा की आनलाइन शिकायत निराकरण प्रक्रिया में नए प्रावधान को जोड़ा जा रहा है। निराकरण वाली शिकायतों पर रिमार्क और रेटिंग रिपोर्ट देने का अधिकार विभाग प्रमुख को दी गई है। शिकायत मिलने के समय की स्थिति और निराकरण के बाद की स्थिति को लेकर रेटिंग विभाग प्रमुख दर्ज करा सकेगें। इसके साथ ही संबंधित कर्मचारी और अधिकारी को काम को लेकर स्टार रेटिंग देने का भी अधिकार दिया जा रहा है।