मतदाता डुप्लीकेट सूची को लेकर राज्यसभा से कांग्रेस और टीएमसी सांसदों ने किया वॉकआउट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वोटर डुप्लीकेट सूची मामले में राज्यसभा में चर्चा की मांग कर रहे कांग्रेस और टीएमसी सांसदों ने वॉक आउट कर दिया। वॉक आउट उस समय किया जब सभापति नेविपक्षी सांसदों के प्रस्तावों को खारिज कर दिया था। आपको बता दें कांग्रेस और टीएमसी सांसदों ने सोमवार को राज्यसभा में मतदाता सूची के मामले पर चर्चा की मांगमतदाता सूची के मामले पर चर्चा की मांग की। विपक्षी सांसदों ने इस पर चर्चा के लिए सदन में स्थगन प्रस्ताव दिया, लेकिन सभापति ने विपक्षी सांसदों के प्रस्तावों को खारिज कर दिया। इस पर विपक्ष ने हंगामा किया और विपक्षी सांसद विरोध स्वरूप सदन से वॉकआउट कर गए। 

क्या है मामला?

आपको बता दें एक ही नंबर से दो मतदाता पहचान पत्र वाला मामला है। भारत के चुनावी रजिस्टर में 99 करोड़ से अधिक मतदाता पंजीकृत हैं। जो दुनिया का सबसे बड़ा मतदाता डेटाबेस है। इस मामले में चुनाव आयोग कह चुका है कि डुप्लिकेट ईपीआईसी नंबर वाले मतदाताओं को एक विशेष राष्ट्रीय ईपीआईसी नंबर प्रोवाइड किया जाएगा। साथ ही नया सिस्टम भविष्य के मतदाताओं के लिए भी लागू होगा। ईसी आगामी 3 महीने के भीतर ऐसे मामलों का निपटारा करेगा। 

कैसै उठा मुद्दा

पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी)ने कई राज्यों में डुप्लिकेट मतदाता पहचान पत्र नंबरों का मुद्दा जोर शोर से उठाया और चुनाव आयोग पर कवर-अप का आरोप लगाया है। टीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने कोलकाता में ईसी अधिकारियों से मुलाकात कर एक ही नंबर दो वोटर आईडी कार्ड के बारे में शिकायतें दर्ज कराई। चुनाव आयोग ने ईपीआईसी नंबर चाहे जैसा भी हो, एक वोटर्स जो एक विशेष पोलिंग बूथ के चुनावी रजिस्टर से जुड़ा हुआ है, केवल उसी पोलिंग बूथ पर अपने वोट का इस्तेमाल कर सकता है और कहीं नहीं।