
Shahdol News: जल गंगा संवर्धन अभियान में मौजूद जल संग्रहण संरचनाओं की साफ-सफाई के साथ ही जीर्णोद्धार व मरम्मत का प्रावधान होने के बाद भी शहर के तालाबों की सुध नहीं ली गई। नागरिकों का कहना है कि शहडोल को कभी तालाबों का शहर कहा जाता था तो अब यहां ज्यादातर तालाब अतिक्रमण के कारण अस्तित्व के संकट से जूझ रहे हैं।
ऐसे में लोगों को मुख्यमंत्री जल गंगा संवर्धन अभियान से बड़ी उम्मीद थी, लेकिन 30 मार्च से अभियान प्रारंभ होने के बाद एक माह होने को है पर शहर में एक भी तालाब में सफाई व जीर्णोद्धार-मरम्मत का काम प्रारंभ नहीं हुआ।
आज से शुरू करेंगे संरक्षण का काम, जनसहयोग जरुरी
सीएमओ अक्षत बुंदेला ने बताया कि मुख्यमंत्री जल गंगा संवर्धन अभियान में पौनांग, मोहनराम, लल्लू सिंह चौराहा के समीप, भूतही तलैया, बड़ी भीठ, कान्वेंट स्कूल के समीप, सुमन सरोवर, झूला पुल के समीप व सिटी टैंक के समीप स्थित तालाब का चयन किया गया है।
यहां मंगलवार से काम प्रारंभ करेंगे। इस बार सफाई के साथ ही तालाबों को रिचार्ज सिस्टम पर भी काम होगा। इन कार्यों के लिए शहर के ज्यादा से ज्यादा नागरिकों की भागीदारी जरुरी है।