
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 2/11 मुंबई अटैक के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा भारत में अपने खिलाफ हो रहे मुकदमे को लेकर ही काफी ज्यादा परेशान हो रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, राणा ने पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के समय अपने वकील से पूछा था कि क्या ये केस एक साल में खत्म हो जाएगा। मिली जानकारी के मुताबिक, राणा हर समय के ट्रायल से परशान हो चुका है और भारत में इस प्रोसेस के समय को लेकर भी लगातार सवाल पूछ रहे हैं।
राणा ने क्या मांग की?
पेशी के समय तहव्वुर राणा ने अदालत से जेल में अपने लिए कुरान की मांग की थी, जिसको कोर्ट की तरफ से मंजूरी दे दी गई थी और एनआईए को कुरान देने का आदेश दिया था। साथ ही पटियाला हाउस कोर्ट की एनआईए स्पेशल कोर्ट ने राणा को अपने वकील से मिलने की भी अनुमति दे दी है। राणा से उसके वकील सोमवार को एनाईए के दफ्तर पर ही मुलाकात करेंगे।
एनआईए ने कोर्ट में क्या किया?
मिली जानकारी के मुताबिक, ऐसा बताया जा रहा है कि, जांच एजेंसी की तरफ से जितने भी सबूत मिले थे उनके आधार पर ही तहव्वुर से बातचीत हो रही है। इसमें से एक डेविड कोलमेन हेडली के साथ भारी नंबर पर फोन कॉल्स हैं। अमेरिका के नागरिक हेडली अभी अमेरिका के जेल में बंद हैं। तहव्वुर की पेशी के समय एनआईए ने अदालत में ये भी दावा किया है कि, तहव्वुर राणा ने कई सारे भारतीय शहरों को निशाना बनाया था, इस वजह से ही उसने 26/11 टेरर अटैक की साजिश रची थी।
किस बारे में होगी राणा से पूछताछ?
मिली जानकारी के मुताबिक, तहव्वुर से उन लोगों के बारे में पूछा जा रहा है जिससे भी उसकी मुलाकात हुई थी। खासतौर पर दुबई के प्रमुख संपर्क के बारे में, जिसके बारे में दावा किया जाता है कि उसको सब मालूम था।
वकील से हर दो दिन पर मिल सकता है तहव्वुर
अदालत की तरफ से एनआईए को हर 24 घंटे बाद राणा का मेडिकल चेकअप कराने और हर दूसरे दिन उसको अपने वकील से मिलने की अनुमति दी गई है। राणा पर कई तरह के आरोप लगे हैं, जिसमें षड्यंत्र से लेकर हत्या और आतंकवादी एक्टिविटीज जैसे कई और आरोप शामिल हैं।