
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में तख्तापलट को हुए तीन महीना हो गया है। लेकिन इसबे बावजूद देश में हलचल मची हुई है। बांग्लादेश की सेना ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग के सैकड़ों समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि समर्थकों और नेताओं ने आज (10 नवंबर) राजधानी ढाका में छात्र विंग को बैन करने, आवामी लीग के नेताओं को परेशान करने और नेताओं को गलत प्रकार ने फंसाने के विरोध में सड़कों पर उतरने की घोषणा की है। जानकारी के मुताबिक, ढाका के जीरो पॉइंट, नूर हुसैन स्क्वायर और गुलिस्तान पर विरोध प्रदर्शन करने का एलान किया है।

सड़कों पर सेना
न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, युनूस सरकार ने विरोध प्रदर्शन शुरू होने से पहले ही बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने बांग्लादेश की आर्मी को सड़कों पर तैनात कर दिया है। पूरे देश में 191 टुकड़ियां तैनात हो गई हैं। साथ ही साथ सैकड़ों कार्यकर्ताओं और समर्थकों को अरेस्ट करवा लिया है। आपको बता दें कि, ढाका पुलिस ने विरोध रैली को आयोजित करने की इजाजत नहीं दी है। रैली को रोकने के लिए पुलिस-सेना सहित कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्रों ने जमावड़ा किया है। संभावना जताई जा रही है कि रविवार को दोपहर 3 बजे के बाद राजधानी में बड़ा प्रदर्शन देखने को मिल सकता है। जिसको लेकर सरकार चौकन्ना हो गई है।
सरकार ने दी चेतावनी
बांग्लादेश की सरकार इस रैली के समर्थन में जरा भी नहीं है। अंतरिम सरकार के सलाहकार प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने 9 नवंबर को कहा था कि- अवामी लीग वर्तमान में एक फासीवादी पार्टी है। इस फासीवादी दल को बांग्लादेश में किसी भी प्रकार का विरोध कार्यक्रम आयोजित करने की इजाजत देने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।
अंतरिम सरकार के सलाहकार आसिफ महमूद सजीब भुइयां ने चेतावनी देते हुए कहा कि- जिन संगठनों पर बैन लगा है अगर उन्होंने कोई भी कार्यक्रम करने की कोशिश की तो उनके ऊपर सुरक्षा बलों की कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।