
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शांति समझौते के बाद भी इजराइल का गाजा में हमास के ठिकानों पर हमला जारी है। इस बीच बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार ने वहां के नागरिकों के इजराइल जाने पर रोक लगाई है। सरकार ने यह निर्णय गाजा में इजराइली सेना के हमलों के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए लिया है।
पासपोर्ट पर लिखा – ‘वैध नहीं’
यूनुस सरकार ने बांग्लादेशी नागरिकों को पासपोर्ट्स पर दोबारा ‘इजराइल के लिए मान्य नहीं’ लिखना शुरु कर दिया है। साल 2021 में तत्कालीन शेख हसीना सरकार ने बांग्लादेशी पासपोर्ट से ये लाइन हटाने का निर्देश दिया था। उस वक्त सरकार द्वारा ये कहा गया था कि उन्होंने इजराइल को लेकर अपना रुख नहीं बदला है, ये फैसला सिर्फ पासपोर्ट्स का इंटरनेशनल स्टैंडर्ड बनाए रखने के लिए लिया गया है।
इस दिन जारी किया आदेश
इस निर्देश को खारिज कर अब बांग्लादेश गृह मंत्रालय ने पासपोर्ट और इमिग्रेशन डिपार्टमेंट ने विदेश जा रहे नागरिकों के ट्रैवल परमिट पर दोबारा ये लाइन लिखने का निर्देश जारी किया है। जिसमें कहा गया है – ‘ये पासपोर्ट इजराइल को छोड़कर सभी देशों में वैध है।’ मंत्रालय के सिक्योरिटी सर्विसेज डिवीजन की डिप्टी सेक्रेटरी एन. अफरोज ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि सरकार ने ये आदेश 7 अप्रैल को जारी किया है।
बता दें कि मुस्लिम बांग्लादेश दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल है जो इजराइल के साथ कूटनीतिक संबंध नहीं रखता है और आजाद फिलिस्तीन का सपोर्ट करता है।
प्रदर्शनकारियों ने किया विरोध प्रदर्शन
सरकार ने इजराइल पर रोक लगाए जाने के एक दिन पहले हजारों प्रदर्शनकारियों ने राजधानी ढाका समेत देश के अन्य शहरों में विरोध प्रदर्शन किया था। वह फिलिस्तीनी झंडे हाथ में लेकर फिलिस्तीन के सपोर्ट और इजराइल के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई इंटरनेशनल ब्रांड्स की दुकानों में लूटपाट और तोड़फोड़ की। कहा जा रहा है कि ये हिंसा उन फर्जी न्यूज के चलते फैली थी, जिनमें दावा किया गया था कि ये कंपनियां इजराइल से जुड़ी हैं।