
Shahdol News: बस संचालकों ने बसस्टैंड परिसर को गैराज में तब्दील कर दिया है। इससे बस का इंतजार करने वाले यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बसस्टैंड को गैराज बनाने मामले में नगर पालिका अमला भी उदासीन है। नियम है कि बसों को गंतव्य के लिए रवाना होने से पांच या दस मिनट पहले ही स्टैंड में आना चाहिए पर ऐसा नहीं हो रहा है।
कई बस संचालकों को रातभर बसों को खड़ी कर दिया जाता है। इतना ही नहीं टायर बदलने से लेकर बसों में छोटी-बड़ी मरम्मत का काम भी स्टैंड परिसर पर ही किया जाता है। बस स्टैंड में नफीस, पक्षीराज, प्रयाग सहित अन्य कंपनियों की बसें ज्यादा समय तक खड़ी रहती है।
कार्रवाई के तीन दिन बाद ही जमावड़ा
नगर पालिका अमले द्वारा सात माह पहले बसों को स्टैंड से हटाने की कार्रवाई के तीन दिन बाद ही बस संचालकों ने फिर से गैराज में तब्दील कर दिया। यहां बसों से शुल्क वसूली के लिए नगर पालिका के अमले के साथ ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मियों की ड्यूटी है। इसके बाद भी मनमानी पर विराम नहीं लग रहा है।
कार्रवाई में कोरम पूर्ति
बसस्टैंड को गैराज बनाने मामले में नगर पालिका अमले की कार्रवाई कोरम पूर्ति तक सीमित है। करीब 7 माह पहले बसों को स्टैंड से हटाने की कार्रवाई की गई थी, इसके बाद से कार्रवाई नहीं हुई।
सीएमओ को देंगे जानकारी
सात माह पहले कार्रवाई की गई थी। अब सीएमओ सर को बताते हैं, उनके निर्देशन पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
शरद गौतम, अतिक्रमण प्रभारी नगरपालिका शहडोल