बसपा चीफ मायावती ने कई मुद्दों को लेकर बीजेपी कांग्रेस और सपा पर साधा निशाना, नीयत नीति को लेकर सुनाई खरी खोटी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती अपनी नई रणनीति को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी के साथ साथ कांग्रेस और सपा पर भी निशाना साध रही है। यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने अलग अलग मुद्दों को लेकर भाजपा, कांग्रेस और सपा पर कई आरोप लगाए है। 

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी पोस्ट में मायावती ने कहा कांग्रेस, भाजपा आदि की तरह सपा भी बहुजनों में से ख़ासकर दलितों को इनका संवैधानिक हक देकर इनका वास्तविक हित, कल्याण व उत्थान करना तो दूर, इनकी गरीबी, जातिवादी शोषण व अन्याय-अत्याचार आदि खत्म करने के प्रति कोई सहानुभूति/इच्छाशक्ति नहीं, जिस कारण वे लोग मुख्यधारा से कोसों दूर। 

सपा ने संसद में फाड़ा था प्रमोशन में आरक्षण का बिल 

सपा द्वारा बीएसपी से विश्वासघात, उसके नेतृत्व पर 2 जून को जानलेवा हमला, प्रमोशन में आरक्षण का बिल संसद में फाड़ना, इनके संतों, गुरुओं व महापुरुषों के सम्मान में बनाए गए नये जिले, पार्क, शिक्षण व मेडिकल कालेजों का नाम बदलना आदि ऐसे घोर जातिवादी कृत्य हैं जिसको माफ करना असंभव।

जबकि बीएसपी अपने अनवरत प्रयासों से यहाँ जातिवादी व्यवस्था को खत्म करके समतामूलक समाज अर्थात् सर्वसमाज में भाईचारा बनाने के अपने मिशन में काफी हद तक सफल रही है, उसको सपा अपने संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए बिगाड़ने में हर प्रकार से लगी हुई है। लोग जरूर सावधान रहें।

नीयती व नीति में खोट

स्पष्ट है कि कांग्रेस व भाजपा आदि की तरह ही सपा भी अपनी नीयित व नीति में खोट/द्वेष के कारण कभी भी दलितों-बहुजनों की सच्ची हितैषी नहीं हो सकती है, किन्तु इनके वोटों के स्वार्थ की खातिर लगातार छलावा करती रहेगी, जबकि बीएसपी ’बहुजन समाज’ को शासक वर्ग बनाने को समर्पित व संघर्षरत।