फैक्ट्रियों के गंदे पानी से जलस्रोत प्रदूषित, 5 गांवों में फैल रहीं बीमारियां

Amrawati News नांदगांव पेठ एमआईडीसी में गोल्डन फाइबर में सैकड़ों मजदूरों की पेयजल से तबीतय बिगड़ जाने का मामला सुर्खियों में हैं। दूसरी ओर नांदगांव पेठ और आसपास के गांवों के निवासियों में पेट दर्द और डायरिया जैसी बीमारियां लगातार बढ़ रही है। बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्गों तक हर कोई डायरिया से संक्रमित है।

गांव के सरकारी और निजी अस्पताल हाउसफुल हैं। अनुमान है कि यह बीमारियां दूषित पेयजल के कारण ही फैल रही है। फैक्ट्रियों से निकलने वाले अशुद्ध पानी के कारण जलस्रोत प्रदूषित होने से यह बीमारियां लगातार पांव पसार रही है। जिसका संज्ञान लेते हुए नांदगांव पेठ ग्राम पंचायत ने कलेक्टर को पत्र देकर एसएमएस कंपनी के ट्रीटमेंट प्लॉंट पर कार्रवाई की गुहार लगाई है।

ग्राम पंचायत ने लिया संज्ञान : एमआईडीसी स्थित फैक्ट्रियों में एक बार उपयोग किए गए दूषित पानी को दोबारा शुद्ध कर उसका तीन से चार बार उपयोग किया जाता है। इस पानी को शुद्ध करने की प्रक्रिया एमआईडीसी में स्थित ट्रीटमेंट प्लांट का जिम्मा संभाल रही एसएमएस कंपनी करती है।

जिसके बाद इस रसायनों और विषाक्त तत्वों वाले पानी को बाहर छोड़ दिया जाता है। यह पानी अब गांव में पीने के पानी की आपूर्ति करने वाले जलस्रोतों में प्रवेश कर गया है। धीरे-धीरे ये जहरीले तत्व पेयजल के माध्यम से हर नागरिक के शरीर में प्रवेश कर रहे हैं। ग्रामीणों के आक्रोश के बाद नांदगांव ग्राम पंचायत ने इस गंभीर मामले का संज्ञान लिया और कलेक्टर को पत्र दिया। इस पत्र में एसएमएस कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई है। 

कंपनी ने नहीं दिया प्रतिसाद : एसएमएस कंपनी के प्रबंधक केलापुरे से मोबाइल पर बार-बार संपर्क किया गया। लेकिन उन्होंने कोई प्रतिसाद नहीं दिया। जिससे इस ट्रीटमेंेट प्लांट का पक्ष नहीं मिल पाया।