फिर एक बार चला माही के करिशमाई ‘धोनी रिव्यू सिस्टम’ का जादू, टूटा पूरन का बड़ा सपना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के ‘धोनी रिव्यू सिस्टम’ के बारे में तो सभी को पता ही होगा। एक बार फिर से ‘धोनी रिव्यू सिस्टम’ चर्चा में आ गया है। माही के आंखों से बच पाना लगभग नामुमकिन है, इसका लाइव उदाहरण बीते सोमवार को लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मुकाबले में देखने को मिला। ये मामला तब का है जब एलएसजी के बल्लेबाज निकोलस पूरन को अंपायर ने नॉट आउट करार दिया था लेकिन इसके बाद माही ने रिव्यू लेने का फैसला किया और अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा था। 

दरअसल, ये पूरा मामला लखनऊ सुपर जायंट्स की पारी के चौथे ओवर का है। इस वक्त चेन्नई सुपर किंग्स के लिए अंशुल कंबोज गेंदबाजी कर रहे थे और स्ट्राइक पर निकोलस पूरन बल्लेबाजी कर रहे थे। ओवर की आखिरी गेंद पर सीएसके के टीम ने निकोलस के खिलाफ एलबीडब्ल्यू के लिए अपील की। लेकिन फील्ड अंपायर ने उन्हें नॉट आउट करार दिया। इस दौरान अंशुल ने माही की ओर देखा जिसके बाद माही ने चेहरे पर हल्की सी मुस्कुराहट के साथ डीआरएस का ईशारा किया। डीआरएस में साफ दिख रहा था कि निकोलस आउट थे। नतीजन पूरन केवल 8 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।

आउट होने के साथ टूटा निकोलस का सपना

एलबीडब्ल्यू आउट होने के साथ ही निकोलस का एक बड़ा सपना टूट गया। दरअसल, आउट होने के चक्कर में निकोलस अपने ओवरऑल टी-20 करियर में 9000 रन पूरा करने से केवल 1 रन दूर रह गए। अगर निकोलस 1 और रन बनाने में सफल हो जाते तो वह टी-20 में 9000 रन बनाने वाले चौथे कैरेबीयाई बल्लेबाज बन जाते। बता दें, अब तक वेस्टइंडीज के लिए केवल क्रिस गेल, कारयरन पोलार्ड और आंद्रे रसल ने ही ये कारनामा किया है।

क्रिकेट के सफलतम विकेटकीपरों में से एक हैं माही

बताते चलें, माही को क्रिकेट के सफलतम विकेटकीपरों में से एक माना जाता है। उन्होंने अपने आईपीएल करियर के 271 मैचों में कुल 195 बल्लेबाजों को विकेट के पीछे रहते ही पवेलियन का रास्ता दिखाया है। इस दौरान उन्होंने 150 कैच और 45 स्टंप आउट किए हैं।