पोस्टमार्टम के बाद एक साथ दफनाए गए तीनों बहनों के शव

Satna News: जसो थाना क्षेत्र के रीछुल गांव में सडक़ निर्माण के दौरान मिट्टी निकालने के लिए खोदे गए गड्ढे में डूबकर जान गंवाने वाली तीन सगी बहनों गौरी 8 वर्ष, तानिया और जान्हवी 5 वर्ष के शवों का पोस्टमार्टम रविवार सुबह नागौद हॉस्पिटल में कराया गया। इस दौरान मरचुरी के बाहर बच्चियों के परिजनों, रिश्तेदारों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए थे।

ऐसे में पुलिस पूरी तरह अलर्ट पर रही और पीएम के बाद कड़ी सुरक्षा में शवों को गांव पहुंचाया गया, जहां एक साथ तीनों को दफना दिया गया। हालांकि रिश्तेदार के इंतजार में अंतिम संस्कार दोपहर 3 बजे सम्पन्न हो पाया। इस दर्दनाक हादसे में मासूम बेटियों को एक झटके में खो चुके राजकुमार चौरसिया और उनकी पत्नी प्रभा चौरसिया का रो-रोकर बुरा हाल है। दोनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहीं उनकी हालत देखकर परिजन और ग्रामीणों की आंखें भी नम हो गईं।

क्या थी घटना

गौरतलब है कि रीछुल गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर पुराना तालाब स्थित है, जिसके ठीक बगल से तीन महीने पहले सडक़ निर्माण कर रहे ठेकेदार के लोगों ने लम्बा-चौड़ा गड्ढा खोदकर मिट्टी निकाल ली, लेकिन काम खत्म करने के बाद गड्ढे को बंद नहीं किया और सुरक्षा के इंतजाम भी नहीं किए।

इसी गड्ढे में 12 अप्रैल की सुबह राजकुमार की तीनों बेटियां गिर कर डूब गईं। घटना के बाद ठेकेदार समेत सरपंच, सचिव और प्रशासनिक अमले के खिलाफ ग्रामीणों में खासी नाराजगी देखी गई। आक्रोशित लोगों ने 8 घंटे तक शव नहीं उठाने दिए। अंतत: जब उनकी शिकायत दर्ज की गई, तब जाकर स्थिति नियंत्रण में आई।