
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दक्षिण कश्मीर के पर्यटक स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर दुनिभार में पाकिस्तान की थू-थू हो रही है। भारत के साथ कई देश पहलगाम के बायसरन में हुए आतंकी हमले की निंदा कर रहे हैं।
पहलगाम हमले की तुलना उन्होंने 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजराइल पर हुए हमले से की है। वह हमला खास तौर पर यहूदियों के खिलाफ था और सिर्फ यहूदियों के खिलाफ ही नहीं, बल्कि उन सबसे उदार यहूदियों के खिलाफ था जो गाजा पट्टी के साथ शांति और सामान्य स्थिति चाहते थे। भारत का कर्तव्य है कि वह अब पाकिस्तान और पाकिस्तान की आईएसआई के साथ वैसा ही करे जैसा इजराइल ने हमास के साथ किया था। अब समय आ गया है कि आईएसआई के नेतृत्व को समाप्त कर दिया जाए और उन्हें एक नामित आतंकवादी समूह के रूप में माना जाए ।
पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा है, उन्होंने आतंकी हमले को लेकर सीधे तौर पर पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर के उस भाषण को जिम्मेदार ठहराया है जिसमें उन्होंने कहा था ‘कश्मीर पर हमारा रुख एकदम साफ है, यह हमारी गर्दन की नस थी, यह हमारी गर्दन की नस रहेगी। हम इसे नहीं भूलेंगे। हम अपने कश्मीरी भाइयों को उनके संघर्ष में नहीं छोड़ेंगे।
हमले के बाद पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने कहा अब भारत को पाकिस्तान की गर्दन काटने की ज़रूरत है। इसमें कोई शक या संदेह नहीं होना चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान को कई आतंकवादी समूहों का घर कहा है, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा भी शामिल है। पाकिस्तानी राजनयिक पश्चिमी देशों को मूर्ख बना रहे है। पाकिस्तान के साथ साथ बांग्लादेश में भी ऐसी ही समस्या का विस्तार हो रहा है।