
New Delhi News. पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे वसंत साठे को उनकी जन्म शताब्दी पर उनके चाहने वालों ने राजधानी दिल्ली में शिद्दत से याद किया। इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (आईआईसी) में आयोजित एक कार्यक्रम में साठे को संगीतमय श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर वसंत साठे, जिन्हें ‘बापू साहेब’ के नाम से भी जाना जाता है, द्वारा कराए गए कार्यों को याद किया गया।बिहार के राज्यपाल और वसंत साठे के मित्र रहे आरिफ मोहम्मद खान ने ‘बापू साहेब’ के साथ अपने जुड़ावों को याद करते हुए कहा कि वे एक महान राजनेता थे। उन्होंने साठे को लीक से हटकर सोचने, खुले दिमाग वाला और सभी क्षेत्रो में युवाओं को प्रोत्साहित करना श्ख्स करार दिया। उन्होंने कहा कि बापू साहेब काफी उदार थे और अपने सहयोगी मंत्रियों और अन्य लोगों के साथ उनका व्यवहार काफी स्नेहिल था।
महान कत्थक नृत्यांगना सुश्री शोवना नारायण ने वसंत साठे को कला और संस्कृति का पारखी बताते हुए बताया कि किस तरह वसंत साठे ने उन्हें और कई अन्य लोगों को प्रोत्साहित किया। सुश्री कलापिनी कोमकली ने साठे को संगीतमय श्रद्धांजलि दी और उन्होंने पिता कुमार गंधर्व और साठे के बीच के जुड़ाव और आपसी सम्मान की भावना को याद किया। उन्होंने अपने गायन से हॉल में मौजूद श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर पद्मविभूषण पंडित हरिप्रसाद चौरसिया ने वसंत साठे के पसंदीदा राग ‘दुर्गा’ की मधुर बांसुरी वादन से सबका मन मोह लिया।