पूजा में जलाएं कलावे की बाती का दीया, जानिए इसका महत्व और इससे होने वाले लाभ

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिन्दू धर्म में पूजा- पाठ का काफी महत्व है और किसी भी पूजा में दीपक प्रज्वलित करना अहम माना गया है। दीपक या दीया को सकारत्मकता से जोड़कर देखा जाता है जो नकारात्मक रूपी अंधेरे को दूर भगाता है। साथ ही दीया को अग्नि के छोटे स्वरूप के रूप में भगवान का आह्वान का प्रतीक भी माना गया है।

दीया कई तरह के होते हैं और इन्हें प्रज्वलित करने का तरीका भी अलग- अलग है। अधिकांश लोग रुई की बाती का उपयोग करते हैं। वहीं कई लोग अन्य कई धागों का उपयोग दीया जलाने में करते हैं। वहीं कलावा की बाती के दीया का विशेष महत्व बताया गया है। आइए जानते हैं इसके बारे में, साथ ही जानते हैं इस दीया से होने वाले लाभ…

कलावा दीया का महत्व

कलावे को हिन्दू धर्म में एक पवित्र और शुद्ध धागे के तौर पर देखा जाता है। इसे रक्षा सूत्र भी कहा गया है। ऐसी मान्यता है कि, इसमें ब्रह्मा, भगवान विष्णु और भगवान शिव का वास होने के साथ ही मां सरस्वती, मां लक्ष्मी, और मां पार्वती भी निवास ​करती हैं। जब आप कलावे के धागे से बनी बाती का दीया जलाते हैं तो इससे आपके घर पर माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती ​है। साथ ही घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है।

कलावा दीया के लाभ

– कलावा की बाती का दीवा जलाने से पितृदोष दूर होता है। विद्धान बताते हैं कि, कलावे के आखिरी हिस्से में पितरों का हिस्सा होता है। इसलिए जब आप यह दीया जलाते हैं ​तो आप पर पितरों की कृपा बरसती है।

– कलावे की बाती का दीया जब आप माता लक्ष्मी के समक्ष जलाते हैं तो इसे आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह आपके घर से नकारात्मकता दूर करता है और आपको त्रिदेवों के साथ त्रिदेवियों की कृपा मिलती है।

– यदि आप मंगलवार के दिन हनुमान की पूजा में कलावे की बाती का दीया जलाते हैं तो इससे आपको मंगल दोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही आप पर हनुमान जी की कृपा हमेशा बनी रहती है।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग- अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।