पारंपरिक रीति-रिवाजों और रंगारंग तरीके से मनाया गया विशु पर्व

डिजिटल डेस्क,  तिरुवनंतपुरम। केरलवासियों ने सोमवार को पारंपरिक रीति-रिवाजों और रंगारंग उत्सवों के साथ मलयालम नववर्ष विशु पर्व मनाया। विशु पर्व फसल उत्सव के रूप में भी मनाया जाता है।  मलयालम महीने मेदाम के पहले दिन विशु पर्व पड़ता है ।

सरकारी समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा से मिली जानकारी के अनुसार परिवारों में लोगों ने विशु पर्व की शुरुआत सुबह जल्दी उठकर विशुक्कनी’ देखने की परंपरा निभाकर की। इसमें पीतल के बर्तनों में रखी गई शुभ वस्तुओं को देखा जाता है, जो समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक मानी जाती हैं।

भाषा के मुताबिक विशु पर्व पर भगवान कृष्ण की मूर्ति के सामने एक थाली सजाई जाती है। इसमें मौसमी फल, सब्जियां, फूल, चावल, सोने के आभूषण, नए कपड़े, सिक्के, और धार्मिक ग्रंथ रखे जाते हैं, जो समृद्धि और शुभ का प्रतीक माने जाते हैं। सभी प्रमुख मंदिरों, खास तौर पर भगवान कृष्ण को समर्पित मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ देखी गई।

विशु पर्व पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने लोगों को बधाई दी प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पोस्ट किया, ‘यह नया साल सभी के जीवन में नई उम्मीदें, शांति और भरपूर खुशियां लाए। यह साल नई शुरुआत और ढेर सारी सफलता लेकर आए।