पवार ने कहा – राजनीतिक नेतृत्व के बीच सामंजस्य जरूरी, राऊत बोले -दिल्ली ज्यादा समय तक किसी को सहन नहीं करती

New Delhi News. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद) के अध्यक्ष शरद पवार ने मौजूदा राजनीतिक दौर में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच बढ़ती कटुता को लेकर चिंता प्रकट की है। उन्होंने बगैर किसी दल का नाम लिए कहा कि आज दिल्ली में सद्भाव की जरूरत है और राजनीतिक नेतृत्व के बीच सामंजस्य होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने नए संसद भवन को लेकर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि पुराना संसद भवन (संविधान सदन) हमारा था और नए संसद भवन में वह भावना नहीं है।

वरिष्ठ पत्रकार नीलेश कुलकर्णी की पुस्तक ‘संसद भवन ते सेंट्रल विस्टा’ के लोकार्पण के अवसर पर वरिष्ठ नेता शरद पवार ने दिल्ली की राजनीति में अपने अनुभवों और यादों को साझा करते हुए उक्त बातें कही। इस दौरान शिवसेना (उद्धव) के वरिष्ठ नेता संजय राउत, सांसद अनिल देसाई समेत तमाम गणमान्य लोग उपस्थित रहे। पवार ने कुलकर्णी की पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि लेखक ने इस किताब के माध्यम से देश की कई अप्रकाशित राजनीतिक घटनाओं पर प्रकाश डालने का अच्छा प्रयास किया है।

इस अवसर पर शिवसेना (उद्धव) सांसद संजय राउत ने मौजूदा केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दिल्ली के प्रति कोई भी बहुत वफादार नहीं है और दिल्ली किसी को भी लंबे समय तक रहने नहीं देती है। जो आता है, वह जाता है और मौजूदा सत्ताधारी पार्टी भी इसका अपवाद नहीं है।