
Nagpur News. बीड जिले के बहुचर्चित हत्या पकरण की न्यायालयीन व एसआईटी जांच की जायेगी। परभणी की घटना की भी न्यायालयीन जांच के आदेश दिए गए हैं। दोनों घटनों में पीड़ित परिवाराें को 10-10 लाख रुपये की सहायता राज्य सरकार देगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जानकारी दी। शुक्रवार को विधानसभा में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि बीड व परभणी की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। सरकार ने दोनों घटनाओं की गंभीर दखल ली है। बीड में सरपंच संतोश देशमुख की हत्या और परभणी में सोमनाथ सूर्यवंशी की मृत्यु हुई। दोनों के परिवार को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। बीड के प्रकरण की जांच की जा रही है। जिला पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया गया है। प्रकरण में दोषियों पर मकोका के अंतर्गत कार्रवाई और भूमाफिया, रेत माफिया व अन्य अवैध कारोबारियों के अलावा अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। परभणी के पुलिस अधिकारी अशोक घोरबांड को निलंबित कर उनकी इस प्रकरण में भूमिका की जांच की जाएगी। बीड व परभणी प्रकरण को लेकर विधानसभा में अल्पकालीन चर्चा में सदस्यों ने विविध प्रश्न उठाए थे।
फडणवीस ने कहा-भारतीय संविधान का अपमान सभी भारतीयों का अपमान है। अपमान को सहन नहीं किया जाएगा। परभणी में मनोरोगी ने कृत्य किया। मेडिकल रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ है कि आरोपी मनोरोगी है। इसलिए ऐसे प्रकरण में राजनीति कर समाज में तनाव फैलाने का कोई भी प्रयास न करें। इस प्रकरण में कोबिंग आपरेशन नहीं हुआ है। परभणी में सकल हिंदू समाज का मोर्चा सर्वदलीय था। मोर्चा में बांग्लादेश के हिंदू के संदर्भ में मांग की गई थी। हिंदू विरुद्ध दलित दंगा नहीं हुआ है। परभणी में उपद्रव व तोडफोड में दुकान, वाहन व सरकारी कार्यालय का नुकसान हुआ है। बीड में आवाडा ग्रीन एनर्जी कंपनी में निवेश किया गया। कुछ लोगों का दबाव था कि उन्हें या तो कंपनी के काम दिए जाए या हफ्ता दिया जाए। इस प्रकरण में कोई मास्टरमाइंड होगा तो उसपर भी कार्रवाई होगी। प्रकरण में मकोका के अंतर्गत कार्रवाई होगी।