नौका हादसा – हाइड्रोलिक स्टीयरिंग लॉक होने के चलते स्पीड बोट ने मारी टक्कर

Mumbai News: गेटवे ऑफ इंडिया के पास समुद्र में हुए नौका हादसे में नौसेना की प्रथामिक जांच रिपोर्ट सामने आई है। सूत्रों के अनुसार नौसेना की स्पीड बोट के ट्रायल के दौरान उसकी हाइड्रोलिक स्टीयरिंग लॉक हो गई थी। जिसके कारण वह अनियंत्रित हो गई और पास से गुजर रही नीलकमल यात्री नौका को टक्कर मारी दी। जब दुर्घटना हुई बोट को मार्कोस कमांडो करमवीर यादव चला रहे थे। बोट पर तैनात इंजीनियर के अनुसार डाइवर की कोशिश से ही बोट नीलकमल नौका के बीच वाले हिस्से से नहीं टकराई। अन्यथा नौका में आग लग जाती और भीषण दुर्घटना हो जाती।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नौसेना अब यह जांच कर रही है कि परीक्षण के दौरान स्पीड बोट की स्टीयरिंग क्यों लॉक हुई। सूत्रों की मानें तो करमवीर यादव ने सीडी – 3 (क्लियरेंस डाइवर) की गोवा में ट्रेनिंग ली थी और सर्टिफिकेट मिलने के कुछ दिन बाद ही मुंबई आए थे। दुर्घटना की जांच के दरम्यान स्पीड बोट पर मौजूद और घटना में घायल सहायक इंजीनियर दीप किशोर निकोसे के बयान के अनुसार डाइवर की कोशिश के चलते ही वह फेरी बोट के बीच के हिस्से से टकराने के बजाय पीछे वाले हिस्से से टकराई थी। अगर वह बीच वाले हिस्से में डीजल टैंक के पास टकरा जाती तो तुरंत फेरी नाव में आग लग जाती। इस हादसे में कुल 15 लोगों की मृत्यु हो गई थी।