नेशनल कॉन्फ्रेंस का कांग्रेस से मोहभंग! क्या NDA से जुड़ने की तैयारी कर रहे CM उमर अब्दुल्ला? मुख्यमंत्री के बदलते रुख पर पार्टी ने दी सफाई

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) की सरकार को बने हुए दो महीने बीत चुका है। लेकिन, इस बीच सूबे के सियासी गलियारों में हो रही चर्चाओं ने अटकलों का बाजार गरम कर दिया है। चर्चा हैं कि नेशनल कॉन्फ्रेंस कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़कर भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए के साथ गठजोड़ कर रही है। दरअसल, हाल ही में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाने न्यूज एजेंसी पीटीआई को इंटरव्यू दिया है। इस दौरान उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार के विस्टा प्रोजेक्ट की सराहना की थी। इसके अलावा उन्होंने ईवीएम मुद्दे पर कांग्रेस को चुप रहने की हिदायत दी थी। इसके बाद से ही सत्ताधारी गठबंधन के टूटने की खबरें आनी शुरू हो गई थी।

एनसी नेता ने अटकलों का किया खंडन

इस बारे में एनसी चीफ तनवीर सादिक ने जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि कुछ तथाकथित पत्रकारों की ओर से झूठी खबरें फैलाई जा रही है। यह खबर पूरी तरह से झूठी है। इस तरह की खबरों से जम्मू कश्मीर की जनता को गुमराह करने का काम किया जा रहा है। इसे दुर्भावनापूर्ण मकदस से अंजाम दिया जा रहा है।

इस संबंध में तनवीर सादिक ने एक न्यूज पेपर में प्रकाशित रिपोर्ट का हवाला दिया। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि उमर अब्दुला सरकार जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की आड़ में एनडीए में आने की जद्दोजहद में लगी है। इसके अलावा पीटीआई से उमर अब्दुल्ला ने ईवीएम के मु्द्दे पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा था कि जब संसद में 100 से ज्यादा सदस्य पहुंचने पर जश्न मनाती है। लेकिन, इसके कुछ महीने बाद यह नहीं कहेगी कि ये ईवीएम पसंद नहीं है। 

उमर अब्दुल्ला ने की थी विस्टा परियोजना की सरहाना

दरअसल, बातचीत के दौरान उमर अब्दुल्लाह का इशारा कांग्रेस की ओर था। इसके अलावा उनसे यह भी पूछा गया कि क्या वह भाजपा के प्रवक्ता के जैसे बात कर रहे हैं। इस पर उमर अब्दुल्ला ने कहा था, “ईश्वर ना करे लेकिन जो सही है वह सही है।” इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार के सेंट्रल विस्टा परियाजना पर भी अपनी राय दी थी। सीएम अब्दुल्ला ने कहा था विस्टा परियोजना के साथ जो हो रहा है वह बहुत अच्छी चीज है।