
Mumbai News. नागपुर में हुई हिंसा की घटना पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को विधानसभा में आक्रामक अंदाज में आरोपियों को चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ लोगों ने जानबूझकर औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र को जला देने के वीडियो को वायरल किया था। उन्होंने कहा कि जब तक इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हो जाती, वे चैन से नहीं बैठेंगे। मैंने नागपुर मामले पर पुलिस आयुक्त से चर्चा की है। आरोपियों को ढूंढा जा रहा है और पुलिस पर हमला करने वालों को हम कब्र से भी ढूंढ़ निकालेंगे। फडणवीस ने कहा कि अन्य मामलों में तो आरोपियों को माफी मिल जाएगी, लेकिन पुलिस पर हमले के मामले में कोई माफी नहीं मिलेगी।
महाराष्ट्र में बढ़ते अपराधों पर विपक्ष द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि मैं विपक्ष के उन नेताओं को बताना चाहता हूं कि जो राज्य में अपराध के मामलों में बढ़ोतरी बता रहे हैं, दरअसल महाराष्ट्र अपराध के मामले में आठवें नंबर पर है। जबकि राज्य का एक भी शहर पहले पांच स्थानों में नहीं है। फडणवीस ने कहा कि नागपुर सातवें स्थान पर है, जबकि मुंबई का अपराध के मामलों में क्रमांक 15 वां हैं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष तक हम दर्ज किए गए मामलों में गिरफ्तार आरोपियों को 50 फीसदी तक सजा दिलाने में कामयाब रहे हैं। अब हमारा लक्ष्य 75 प्रतिशत तक अपराधियों को सजा दिलाने का है। फडणवीस ने कहा कि पिछले 8 साल में महाराष्ट्र पुलिस ऑपरेशन मुस्कान के तहत 38 हजार 910 बच्चों को ढूंढकर उनके परिवारों तक पहुंचा चुकी है।
फडणवीस ने कहा कि दूसरे राज्यों की तुलना अपराध के मामले में महाराष्ट्र से की जाती है। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक यह जानकारी वर्तमान जनसंख्या को देखकर नहीं बताई जा रही है। अगर हम जनसंख्या का आकलन साल 2022 के अनुसार करें तो नागपुर का नंबर 22वें या 23वें स्थान पर आता है। इस हिसाब से हमारा कोई भी शहर शीर्ष 10 अपराध वाले शहरों की लिस्ट में नहीं है। मुंबई 15 नंबर पर है, जबकि पुणे 18 नंबर पर है। हमसे पहले दिल्ली और कोच्चि जैसे शहर आते हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र से पहले दिल्ली, केरल, हरियाणा, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, उड़ीसा और आंध्र प्रदेश प्रमुख राज्य आते हैं।
फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ छेड़छाड़ और बलात्कार के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। हम छेड़छाड़ के मामलों में अब बलात्कार की धारा लगा रहे हैं। इसके बावजूद महिलाओं के खिलाफ मामलों में कमी देखने को नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस की जांच में सामने आया है कि महिलाओं से लैंगिक शोषण 90 प्रतिशत से भी ज्यादा जान पहचान के लोगों द्वारा किया गया है। फडणवीस ने रायगड़ की एक महिला के साथ हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिस ने 24 घंटे में एफआईआर दर्ज कर चार्जशीट दाखिल कर दी। जबकि अगले 24 घंटे में अदालत में सजा सुना दी। यह वाकई में सुखदाई है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस, अदालत और सरकारी वकील ने मिलकर काम किया तो सजा दिलाने का ग्राफ बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले साल तक दर्ज किए गए मामलों में 50 फीसदी तक आरोपियों को सजा दिलाई गई है। जबकि अब हमारा टारगेट इसे 75 फीसदी तक पहुंचाना है।
बढ़ते साइबर अपराधों पर फडणवीस ने कहा कि पूरे राज्य में 51 साइबर लैब तैयार कर ली गई हैं। इसके लिए महाराष्ट्र साइबर हेडक्वार्टर बनाया गया है। मोबाइल फॉरेंसिक लैब से लेकर कर्मचारियों की नियुक्ति में बढ़ोतरी की जा रही है। इसके अलावा ड्रग्स के मामलों पर नजर रखने के लिए हर पुलिस स्टेशन में एंटी नारकोटिक्स सेल भी बनाए गए हैं। साथ ही छोटे बच्चों को लैंगिक शोषण से बचाने के लिए ऑपरेशन ब्लैक फेस के तहत सोशल मीडिया से अश्लील वीडियो और फोटो हटाने का काम शुरू किया गया है।