नववर्ष के प्रथम दिन पर 2 लाख भक्तों ने मां शारदा के दरबार में टेका मत्था

Satna News: नववर्ष के प्रथम दिवस पर मैहर में मां शारदा के दर्शनों के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह की आरती के बाद मंदिर के पट आमजन के लिए खोल दिए गए, जो कि रात 10 बजे तक अनवरत खुले रहे। इस दौरान किसी भी समय भक्तों की कतार में कोई कमी नहीं आई। पूरे दिन में लगभग 2 लाख लोगों ने मां के दर्शन प्राप्त कर पुण्य लाभ अर्जित किया।

नीचे सीढिय़ों से लेकर गर्भगृह तक कतारें ही नजर आ रहीं थीं, तो रोपवे और वैन सेवा प्वाइंट पर भी पूरे समय भीड़भाड़ बनी रही। इस संबंध में पुलिस कप्तान सुधीर कुमार अग्रवाल ने बताया कि दर्शनार्थियों की सुरक्षा और सहूलियत के लिए एसएएफ की एक कंपनी के साथ 350 पुलिस जवान तैनात किए गए थे।

इनके अलावा 5 कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, विद्युत, फॉरेस्ट और नगर पालिका के साथ मंदिर प्रबंध समिति की टीमें भी सुचारू व्यवस्था बनाने के लिए लगाई गई थीं। बाहर से आने वाले वाहनों के लिए फॉरेस्ट बैरियर, प्रधान पुजारी समाधि स्थल और नगर पालिका बस स्टैंड में पार्किंग बनाई गई थी।

चित्रकूट में लगा श्रद्धालुओं का तांता

मैहर की तरह पवित्र नगर चित्रकूट पहुंचकर नए साला का आगाज करने वाले भक्तों की संख्या लाखों में रही। मां मंदाकिनी में स्नान कर परिक्रमा लगाने के साथ भगवान कामतानाथ के दर्शनों के लिए एमपी-यूपी और अन्य राज्यों से लगभग ढाई लाख श्रद्धालु कड़ाके की ठंड के बावजूद चित्रकूट पहुंचे। जिनकी सुरक्षा और यात्रा को सुगम बनाने के लिए दोनों राज्यों के पुलिस-प्रशासन ने कोई कसर नहीं छोड़ी।

लगभग एक सैकड़ा अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के साथ पार्किंग भी चिन्हित की गई थी, इतना ही नहीं भारी वाहनों का प्रवेश नगरीय क्षेत्र में प्रतिबंधित किया गया था। नदी के घाटों पर एसडीईआरएफ की टुकड़ी को तैनात कर लगातार पेट्रोलिंग कराई गई, जिससे कोई अप्रिय घटना नहीं सामने आई।

धारकुंडी-बिरसिंहपुर में भी उमड़े भक्त

परमहंस आश्रम धारकुंडी में स्वामी सच्चिदानंद महराज के ऑनलाइन दर्शन और सत्संग के लिए 40 से 50 हजार के बीच भक्त दूर-दराज से यात्रा कर आश्रम पहुंचे। यहां पर पूजा-आरती के बाद भंडारे का प्रसाद भी वितरित किया गया, वहीं बिरसिंहपुर के भगवान गैवीनाथ धाम में सुबह से लेकर रात तक शिवभक्तों का तांता लगा रहा। यहां पर दर्शन और अभिषेक कराने के लिए लंबी-लंबी कतारें देखी गईं। पुलिस के मुताबिक 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने भगवान गैवीनाथ के दर्शन लाभ प्राप्त किए।